Book Title: Bahotteriona Padono Sangraha
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

Previous | Next

Page 10
________________ ( १० ) पदांक. पदनां नामो. पृष्ठांक ४० मीठो लागे कंतको ने, खाटो लागे ६५ लोक० ४२ अब हम अमर जये न मरेंगे. ७१ ९७ देखो एक पूरव खेला. ए६ ६६ साधु भाइ अपना रूप जब देखा. ११५ ६७ राम कहो रहेमान कहो कोट. ११६ ६० साधुसंगति बिनु कैसें पैयें. ८ वधू सो जोगी गुरु मेरा. १६८ वधू एसो ज्ञान बिचारी. ११७ १७१ १०० बेहेर बेहेर नहीं आवे, अवसर० १७४ १०१ मनुष्यारा मनुष्यारा, रिखन० १७५ १०४ हठीली आंख्यां टेक न मेटे. १७५ १०५ अवधू वैराग बेटा जाया. २६ वधू निरपक्ष विरला कोइ . २३८ १८१ .... Jain Educationa InternatiBeasonal and Private Usew@nly.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 384