Book Title: Aupapatikopanga Sutram Author(s): Jinendrasuri, Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala View full book textPage 1
________________ ॥१॥ श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थाङ्क: २६१ श्री महावीरजिनेन्द्राय नमः श्री मणिबुद्ध्याणंदहर्षकर्पूरामृतसूरिगुरुभ्यो नमः सूरिपुरंदरश्रीमदभयदेवसूरीश्वरसंहब्धविवरणयुतं' श्रीमच्चतुर्दशपूर्वधरश्रुतस्थविरसंकलितं आगमक्रमः प्रथम उपांगम औपपातिकोपांग-सूत्रम् ॥१॥ - संशोधकः संपादकश्च - तपोमूर्ति-पूज्याचार्यदेवश्रीविजयकर्पूरसूरीश्वर-पट्टधर-हालारदेशोद्धारक-पूज्याचार्यदेवश्रीविजयामृतसूरीश्वर-पट्टधरः -- पूज्याचार्यदेवश्रीविजयजिनेन्द्रसूरीश्वरः प्रकाशिका-श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला-लाखाबावल-शांतिपुरी (सौराष्ट्र)Page Navigation
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