Book Title: Atmanand Prakash Pustak 013 Ank 06
Author(s): Jain Atmanand Sabha Bhavnagar
Publisher: Jain Atmanand Sabha Bhavnagar

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Page 46
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org केशबिहार तैल | हमने यह तेल अपने आयुर्वेदीय ग्रन्थों को मथन कर अत्यन्त सुगन्धित और लाभदायक बनाया है । इसके लगाने से बालों का गिरना, शिर घूमना मस्तकी निर्बलता, हमेशा दर्द, धातु दौर्बल्य, शुक्र दोष कमजोरी, राजयदमा इनको दूर कर बालों की जड़ें मजबूत करता शिर में ठंडक पहुंचाता आंखों की ज्योति बढाता और मानसिक रोगों को लाभ पहुंचाता है फी शी० ॥1) दर्जन ५) डा० अ० नारायण तैल | इस तैल से गठिया पक्षाघात बात का दर्द व सर्दी से उत्पन्न हुए सब प्रकार के दर्द फौरन आराम होते हैं फी शीशी १) डा० ।) शिर दर्द नाशक तेल | Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir इस तैल को शिर में लगाने से शिर का दर्द चाहें किसी तरह का हो फौरन दूर होजाता है और आधाशीशी कनपटी का दर्द दूर हो जाता है कीमत फी शीशी ।) एक दर्जन २|1) अद्भुत हुलास । 1 इससे शिर दर्द जुकाम आदि बहुत जल्द आराम हो जाता है । की० ।) दवा मुंह के छालों की । इससे सब तरह के छाले आराम हो जाते हैं। की० 1) मरहम | रारात इस से सब तरह के घाव ( जखम ) आराम हो जाते हैं । की० ।) कोमलक | इस से फटे हुए होकर मुलायम हो जाते है की ० 1) रसायन । (क्सीर दवा है। कीमत १ ) चूर्ण | 1 बढती है और स्मरणशक्ति तेज होती मीलनेका पत्ता- चंद्रसेन जैन वैद्य. श्रम - इटावह. U.P. For Private And Personal Use Only

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