Book Title: Ardhamagdhi Vyakaran
Author(s): K V Apte
Publisher: Shrutbhuvan Sansodhan Kendra

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Page 12
________________ (११) १२०) अनुस्वारागम १२१) अनुस्वारलोप १२२) आदिवर्णागम १२३) आदिवर्णलोप १२४) मध्यवर्णलोप १२५) अन्त्यवर्णलोप १२६) वर्णविपर्यय १२७) संप्रसारण पुरवणी १ : शब्द संग्रहाबद्दल अधिक माहिती १२८) एका संस्कृत शब्दाची होणारी अनेक वर्णांतरे १२९) एका प्राकृत शब्दाबद्दल येऊ शकणारे अनेक संस्कृत शब्द १३०) शब्दादेश प्रकरण ८ : (वर्णविकार) धातुसाधनिका १३१) धातूंचा स्वतंत्र विचार १३२) संस्कृतमधील व अर्धमागधीतील धातू १३३) अकारान्तेतर धातू १३४) अकारान्त धातू १३५) संस्कृतमधील एकाच धातूची अनेक वर्णांतरे १३६) धात्वादेश प्रकरण ९ : संधिविचार १३७) अर्धमागधीतील संधि १३८) संधिनिषेध १३९) सजातीय स्वरांची संधि १४०) अ, आ + इ, ई, उ, ऊ १४१) अ, आ + ए, ओ १४२) पूर्वस्वरलोप १४३) उत्तरस्वरलोप १४४) निपात (लघु अव्यये) १४५) दीर्घ स्वरांपुढे जोडाक्षर आल्यास १४६) दीर्घ स्वरांवरती अनुस्वार आल्यास १४७) ह्रस्व स्वरांवरील अनुस्वाराचा लोप झाल्यास १४८) ह्रस्व स्वरापुढील संयुक्तव्यंजनांचे सुलभीकरण झाल्यास १४९) संस्कृतमधून वर्णान्तराने आलेली संधि १५०/१५१) व्यंजनागमसंधि १५२) वाक्यगत संधि

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