________________
श्राव ]
( ११ )
[ इंद
balcony; A portico. उत्त० १६, श्रसादेत्तार. त्रि० ( आस्वादयितृ) आस्वादन २२. श्रास्वादान करने वाला One who tastes. ठा० ७;
त्रासामर. पुं० श्राशामर ) सातभा वासुदेव અને બલદેવના પૂર્વભવના ધર્મગુરૂનુ નામ. सातवां वासुदेव और बलदेव के पूर्वभवीय धर्मगुरू का नाम. Name of & religious preceptor of the previous life of the seventh Vasudeo and Baladeo. सम० १५३; सीविस. त्रि० ( आशीविष ) नियल अने અનુગ્રહ કરવામાં સમ; લબ્ધિ વિશેષ भणवे. निग्रह और अनुग्रह करने में समर्थ; लब्धि विशेषको प्राप्त. Able to subdue and oblige. भग० ८, १; श्रसूणिय. त्रि० ( आशूनित ) थोडु. थोड़ा सूजा हुआ. A little swollen. परह० १, ३;
सोकंता. स्त्री० ( श्रशोकान्ता ) मध्यभ ग्रामनी ये ना. मध्यम ग्राम की एक मूर्च्छना. A particular intonation of the fifth gamut (in music ). ठा० ७;
आहार. पुं० ( श्राधार) माश. आकाश. The sky. भग०, २, २;
श्राहिय. त्रि० (ग्राहित) स्थापन रेल स्थापित; निवेशित Established; Placed. ठा० ४;
इइ. अ० (इति) हेतु; अ२. हेतु; कारण. A cause. ठा० ३; इंगारडाह. पुं० न० (अङ्गारदाह) नीं लाडे. श्रावा; मिट्टी के पात्र पकाने का स्थान A Riln श्रयर० २, १०, २
इंद. पु० (इन्द्र) (१) ५२मेश्व२; ४श्व२. परमे - श्वर ईश्वर. God. ठा० ४; (२) १; मात्मा जीव; श्रात्मा. The soul. "इंदो
४;
श्राव. पुं० ( श्राप) प्राप्ति; साल, प्राप्ति; लाभ. Acquisition; Profit. पह० २, १; आवत्त पुं० ( श्रावर्त्त ) ( १ ) भणिनु भे
राय०
लक्षण. मणि का एक लक्षण. A particular characteristic of a jewel. प० (२) शारीरिः येष्टा विशेष शारीरिक चेष्टा विशेष; कायिक व्यापार विशेष A particular Corporeal gesture or movement सम० २१; आवरण. व० (श्रावरण) वास्तु विद्या वास्तु विद्या. The science of a house or an abode. ठा० ६; अवलिया. स्त्री ( आवलिका ) भ; परिपाटी. क्रम; परिपाटी. A series; A conti - nuous line सू० प० १०; श्रावाय. पुं० ( श्रापात) प्रथम साय प्रथम मेलन. The first sight or appearance. ठा० ४, १;
श्रावास. पुं० ( ग्रावास) पक्षीना भागे पक्षिगृह; नीड. The bird's nest वव० १, १; श्रविंधण न० ( श्राव्यधन ) ( १ ) पडे. पहनना, Clothing; Clading (२) मन्त्री आधीन ४२ मन्त्र से श्रविष्ट करना; मन्त्र से अधीन करना. Effecting or subduing by magic. पण्ह० १, २;
वेदिय त्रि० ( आवेष्टित ) यारे तर श्री विटाणे. चारों ओर से वेष्टित. Enclosed or encircled on all sides. भग० १६, ६,
श्राससण. न० ( आशसन ) विनाश; हिंसा. विनाश; हिंसा Destruction, Killing. पह०१, ३:
Jain Education International
For Private Personal Use Only
www.jainelibrary.org