Book Title: Aradhana Kathakosha
Author(s): Bhattarak Chandrakirti, Shantikumar Jaykumar Killedar
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 793
________________ पारिभाषिक शब्दसूची (प्रथम संख्या पृष्ठांक व नंतरची संख्या ओवीचा क्रमांक दाखविते) २९७-४० २-८ आचार्य आनंदभेरी आप्त आराधना आराधनाकथाकोश आर्तध्यान आस्रव २-१० २-१२ ७६-२०५ ९-८७ २०३-७० ६३-६३ २७६-१३५ अद्यातिकर्म १०२-११९ अच्युतस्वर्ग अजीव ९-८७ अणुव्रत ७७-२१७ अनगारधर्म १८२-३२ अनुप्रेक्षा ४०५-२७ अनुमान ९-९१ अपराजित मंत्र ६९-१२२ अभयदान १६४-५६ अमूढ ( अंग ) १२१-१ अजिका ३४-२३१ अरिहंत १५-१ अलोक अवधि (ज्ञान) २९०-१३४ अष्टांग अष्टाहिका २८५-१३ अहमिंद्र ५९-१४ अक्षयदान १५२-१०१ अंग १-४ अंतकृत केवली ८८-३३६ अंतराव ११८-३५ अज़िका १९२-१५३ आकाशगामिनी विद्या ९७-५१ आगमसिद्धान्त २५७-१०७ ईर्यापथ उपसर्ग ऋद्धि एषणाशुद्धि एकीभाव काव्य एकादश प्रतिमा एकलविहारी १५२-९० २९३-१६४ १२४-३६ २६६-१७८ कषाय कल्पतरु कर्म कामरति कापिष्ट स्वर्ग कायोत्सर्ग कार्तिकमास केवलज्ञान ४२-६० ११८-४२ ३०७-२३ १५-७ ८५-३०४ २५९-१२९ २९५-१३ १५८-१८१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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