Book Title: Apbhramsa Abhyasa Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 287
________________ शुद्धिपत्र शुद्ध जग्गन्तु तुम्हई तुम्हई अच्छिहिउ क्र.सं. पृसं. 1. 7 2. 8 3. 8 4. 24 5. 29 6. 32 7. 57 ४. 58 9. 58 10. 63 11. 72 12. 82 13. 92 जग्गरणहं खेत्त विमाण बहुवचन संझा पंक्ति अशुद्ध 39 जग्गन्त ग,9 तुम्हइ ग, 29 तुम्हइ ख-44 अच्छिहउं ग-3.1 ख-5 जग्गणह ख-14 खेत ख-उदाहरण विमाणइ ग-2, पंक्ति-2 एकवचन ख, 39 सझा ख, 9 ग-2, 1 थम क-2,8 ख-22 तइ ग, 2 गचन्त ग, 17 सुक्कन्तइ ग, 24 कदेवि ग, उदाहरण (1) माउलण घ, 14 ताइ क-2, उदाहरण दहीही बहुवचन तृतीया ख, 16 कुट्ट कूद थंभ णह 14. 98 तई ७४ रगच्चन्त 16. 98 17. 17. 99 18. 99 108 113 116 116 सुक्कन्तई कंदेवि माउलेण ताई दहिहीं 19. 20. 20. 21. 120 गव गर्व 274 ] अपभ्रंश अभ्यास सौरम Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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