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धम्महीणु
धर्महीन
सन्दु
सारा
गउ
गया
इसलिए मेरे द्वारा
कहि
कहा गया
मह
मेरे ससुर की
ससुरहो उप्पत्ति
उत्पत्ति
नहीं
सच्चठाणि
इस प्रकार सत्य स्थिति पर संतुष्ट हुआ धर्माभिमुख
धम्माभिमुहु
जाउ
हुआ
फिर
अव्यय (धम्महीण) 1/1 (सव्व) 1/1 सवि (गअ) भूकृ 1/1 अनि अव्यय (अम्ह) 3/1 स (कह) भूकृ 1/1 (अम्ह) 6/1 स (ससुर) 6/1 (उप्पत्ति) भूकृ 1/1 अनि अव्यय अव्यय अव्यय [(सच्च)-(ठाण) 7/1] (तुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि [(धम्म)+(अभिमुहु)] [(धम्म)-(अभिमुह) 1/1] (जाअ) भूकृ 1/1. अनि अव्यय (पुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि (तुम्ह) 3/1 स (सासू) 6/1 (छम्मास) 1/1 अव्यय (कह) भूकृ 1/1 (ता) 3/1 स (उत्त) भूकृ 1/1 अनि (सासू) 2/1 (पुच्छ) विधि 2/2 सक (सेट्ठि) 3/1 (ता) 1/1 स (पुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि (ता) 3/1 स
अव्यय (कह) भूकृ 1/1 [(पुत्त)-(वह) 6/1] (वयण) 1/1 (सच्च) 1/1
पुछ
पड़
सासू छम्मासा कह कहिआ ताए उत्त सासू . पुच्छह सेटिएं सा .
पूछा गया तुम्हारे द्वारा सासू की छः मास कैसे कही गई उसके द्वारा कहा गया
सासू को
पूछो सेठ के द्वारा
वह
पूछी गयी उसके द्वारा
ताए
भी
कहि
कहा गया
पुत्तवहू वयणु
पुत्रवधु के
वचन सत्य (है)
अपभ्रंश अभ्यास उत्तर पुस्तक
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