Book Title: Anusandhan 2017 11 SrNo 73
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 71
________________ सप्टेम्बर - २०१७ अभयदेवसूरी तिहां जांण्या भुई भीतरथी उपर आंण्या तें तसु दीधी देहो थंभणपुर प्रासाद पयठा __नयणानंदण जग सहु दिठा नील वरण जिम मेहो... ६ गुज्जरा धरणी धरणि धसक्कै थंभनयर प्रभु पास अलंकै पुहवी प्रगट प्रमाणौ आदि तुमारी जग कुण जाणे __मति विण माणस किसुं वखांणै हुं पिण सहज अय(या)णौ... ७ कामधेनु पुहती घर-अंगण कलियर चढीयौ कर चिंतामण फलियौ अमर विशालौ देव दयाळु भावठ भंजण तुं तूठो थंभणपुर मंडण श्री पारसनाथ सुविशालौ... ८ इति श्रीथम्भणा पार्श्वजिन स्तवनानि सम्पूरणानि याता । श्रीपार्श्वजिन भवस्तवन श्री सारद हो पाय प्रणमेवा करुं स्तवन रलियामणो गुण गाविस हो पासकुमार जिम घर होय वधामणो... पोतनपुर हो श्रीनयर मझार अरवृंद भूपति राजियो

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