Book Title: Anusandhan 2017 11 SrNo 73
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
View full book text
________________
सप्टेम्बर - २०१७
आ प्रतिनी नकल आपवा माटे ला.द. विद्यामन्दिरना कार्यवाहकोनी आभारी
रहीश.
नेमिजिन पद नेम न जांणी मेरी पीर पीर
वारी वारी वारी... नेम ने(न)० बावीस सुभटनें जीतवा रे उपशम आण्यौ मन धीर धीर
धीग रे धिग धिग... नेम० रथडो वालीने नेम चल्या रे, दाख्यो हिवडा केरो हीर हीर
अरररर..... नेम० चंदवदन मृगलोयणी रे प्रेमनो मार्यो मोनें तीर तीर
तरररर..... नेम० आंसुडा झरती में धरणी ढळी रे जाणे आसाढडो नीर नीर
झरररर..... नेम० शिवरतन कहे नेम राजुल प्यारे करमरुपी या फाड्या चीर चीर
फरररर.... नेम० इति पदम्
थम्भण पार्श्वजिन स्तवन थंभणपुर श्री पास जिणंदो अश्वसेन कुल कमल दिणंदो
आमोले भवि कंदो...

Page Navigation
1 ... 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86