Book Title: Anusandhan 2010 12 SrNo 53 Author(s): Shilchandrasuri Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad View full book textPage 6
________________ ____6 अनुक्रमणिका तत्त्वविचारप्रकरण (कर्ता : वाचनाचार्य जिनपालगणिः ॥) सं. हरिवल्लभ भायाणी १ उगतीयं (उक्तीय / औक्तिक) शब्द संस्कारः सं. मुनिकल्याणकीर्तिविजय १० अंचलगच्छीय-मुक्तिसागरमुनि-कृत थंभण-तीरथमाला स्तवन सं. मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजय ३८ सिद्धहेम-प्राकृत-शब्दानुशासनगत अपभ्रंश - दोहा - सवृत्ति सं. साध्वी दीप्तिप्रज्ञाश्री ५० लावण्यसमयकृत : नेमिरङ्गरत्नाकर छन्द : आस्वाद अने पाठ/अर्थशुद्धि डॉ. कान्तिभाई बी. शाह ६७ श्रीहेमचन्द्राचार्य-विरचित नमस्कारनी श्रीकनककुशलकृत वृत्ति विशे केटलीक नोंध मुनि त्रैलोक्यमण्डन विजय ७७ हेमचन्द्राचार्यनो देशी शब्दसङ्ग्रहः एक परिचय डॉ. शान्तिभाई आचार्य ८१ आचार्य हेमचन्द्रसूरि रचित स्तोत्र-सरिता डॉ. मीताबेन जे. व्यास १०२ मध्यकालीन गुजराती कथासाहित्याभ्यास-सन्दर्भ हेमचन्द्राचार्य-कृत 'काव्यानुशासनम्' हसु याज्ञिक १०८ कलिकाल-सर्वज्ञ श्रीहेमचन्द्रसूरि (संकलित) म. विनयसागर १२४ योगदृष्टिसमुच्चय - सटीकनुं ध्यानार्ह संशोधन-सम्पादन मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजय १५५ माहिती : नवां प्रकाशनो १६३ हेम-समारोह तथा संस्कृत-पर्वनो हेवाल १७२ अमदावादमां श्री हठीसिंह केसरीसिंहनी वाडी मध्ये संस्कृत-सभा डॉ. निरंजन राज्यगुरु १७८Page Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 187