Book Title: Anusandhan 2005 06 SrNo 32
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 97
________________ 92 अनुसन्धान ३२ रहे छे ते पण छे तो भाषा, व्याकरणादि परनां ज पुस्तको. ए दृष्टिमां लेतां भायाणी-साहित्य-समग्र संशोधन-सम्पादन ज छे. अमां भाषाशास्त्र अने व्याकरणविषयक १७ अने मीमांसानां ८ पुस्तको छे. संशोधन-सम्पादननां अमनां पुस्तकोमां संस्कृतना लीलावतीसार (१९८३), ध लोस्ट संस्कृत ड्रामाः पुष्पदुषितक एन्ड ध स्टोरी ओफ नंदयन्ती इन जैन ट्रेडिशन (१९९४), एम २ छे. प्राकृतभाषानां पुस्तकोमा संखित्त तरंगवती (१९७९), तारागण (१९८७), वसुदेवहिण्डी मध्यम खण्ड भाग १ (आर. अम. शाह साथे, १९८८) ओम ३ अने अपभ्रंशभाषाना सन्देश-रासकनी प्रस्तावना (१९४५), तेनां पुनःसम्पादित पाठ अने भाषान्तर (१९९९), पउमसिरिचरिय (एम.सी. मोदी साथे, १९४८), पउमचरिय भागः १, २, ३, (१९५३, १९६१), नेमिनाथ-चरिय भागः १, २ (एम. सी. मोदी साथे, १९७०, १९७१), सनत्कुमार चरिय (एम. सी. मोदी साथे, १९७२), अपभ्रंश लेंग्वेज एन्ड लिटरेचर (१९९०), रउला-वेला (१९९४), छन्दोनुशासनना प्राकृत अने अपभ्रंशना विभागो, भाषान्तर (१९९६), दोहागीतिकोश एन्ड चरियागीतिकोश (१९९७), दोहाकोश ओफ कृष्णपाद, तिलोपाद एम १० छे. जूनी गुजरातीनां पुस्तकोमा मदन मोहना (१९५५), त्रण प्राचीन गूर्जर काव्यो (१९५५), रुस्तमनो सलोको (१९५६), सिंहासन-बत्रीसी वार्ता १८ थी २२ (१९६०, पुनःमुद्रण १९९५) दशमस्कन्ध भागः १, २ (उमाशंकर जोशी साथे, १९६६, १९७२), प्राचीन गूर्जर काव्यसंचय (अगरचन्द नाहटा साथे, १९७५), रयणचूडरास (१९७१), शीलोपदेशमाला बालावबोध (आर. एम. शाह अने गीताबेन साथे, १९९०), नन्दबत्रीसी (कनुभाई शेठ साथे, १९९०), रासलीला (१९८८), पांडवला (१९९१), कृष्णबालचरित (१९९३) अम १२ छे. आम मुख्यत्वे कृतिनिष्ठ संशोधन-सम्पादननां पुस्तको २६ छे. आ उपरांत भारतीय कथासाहित्य (१९८१), लोकसाहित्य सम्पादन अने संशोधन (१९८५), शोध अने स्वाध्याय (१९६१), अनुसन्धान (१९८२), कृष्णकाव्य अने नरसिंह स्वाध्याय (१९८६), लोककथानां कुळ अने मूळ (१९९०), हस्तप्रतोने आधारे पाठसम्पादन (१९८७), वगेरे विविध निमित्ते थयेलां संशोधन-स्वाध्याय छे.. भारतीयविद्या परनां संशोधन-पत्रो इन्डोलोजीकल स्टडिझ भाग १, २ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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