Book Title: Antargruha me Pravesh
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 86
________________ ध्यान / अध्यात्म / चिन्तनपरक / श्रेष्ठ साहित्य मानव हो महावीर : श्री चन्द्रप्रभ हर मनुष्य में महावीरत्व कैसे घटित हो सकता है, इस सन्दर्भ में दिया गया एक समसामयिक मार्गदर्शन । पृष्ठ ९० मूल्य १० - जीवन, जगत् और अध्यात्म : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर धर्म के नैतिक और व्यावहारिक पहलुओं पर नवीनतम किन्तु स्तरीय प्रवचनों का अनुपम संकलन पृष्ठ २५० मूल्य ३०/ सो परम महारस चाखै : श्री चन्द्रप्रभ योगी आननंदघन के विशिष्ट अध्यात्म- पदों पर दिये गये अमृत प्रवचनों का पृष्ठ १५० मूल्य २० / अनोखा संकलन । ज्योतिर्गमय : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर ध्यान शिविर में दिये गये विशिष्ट अध्यात्मपरक प्रवचन । मनुष्य का कायाकल्प : श्री चन्द्रप्रभ मन और चेतना की विभिन्न गुत्थियों को खोलते हुए ध्यान द्वारा कायाकल्प का एक प्रशस्त मार्गदर्शन । पृष्ठ २००, मूल्य २५/ स्वयं से साक्षात्कार : श्री चन्द्रप्रभ मन-मस्तिष्क की ग्रंथियों को खोलने के लिए ध्यान - शिविर में दिये गये अमृत पृष्ठ १४६, मूल्य १०/ पृष्ठ १०० मूल्य १२/ प्रवचन । विपश्यना और विशुद्धि: श्री चन्द्रप्रभ शरीर, विचार और भावों की उपयोगिता और विशुद्धि के मार्ग दरशाता एक अभिनव प्रकाशन | पृष्ठ ११२, मूल्य १२/ ज्योति कलश छलके : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर जीवन-मूल्यों को ऊपर उठाने वाली एक प्यारी पुस्तक । भगवान् महावीर के सूत्रों पर विस्तृत विवेचन | पृष्ठ १६०, मूल्य २० / ध्यान की जीवंत प्रक्रिया : सुश्री विजयलक्ष्मी जैन ध्यान की सरल प्रक्रिया जानने के लिए एक बेहतरीन पुस्तक । Jain Education International For Personal & Private Use Only पृष्ठ १२०, मूल्य १०/ www.jainelibrary.org

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