Book Title: Anangpavittha Suttani Padhamo Suyakhandho
Author(s): Ratanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh

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Page 17
________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि बहिया पुण्णभद्दे चेइए अहापडिरूवं उम्गहं उम्गिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरेजा तया णं मम एयमझें णिवेदिजासित्तिकटु विसजिए'॥११॥ तए णं समणे भगवं महावीरे कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए फुल्लुप्पलकमलकोमलुम्मिलियंमि अहपंडुरे पहाए रत्तासोगप्पगासकिसुयसुयमुहगुंजद्धरागसरिसे कमलागरसंडबोहए उठ्ठियम्मि सूरे सहस्सरसिमि दिणयरे तेयसा जलंते जेणेव चंपा णयरी जेणेव. पुण्णभद्दे चेइए तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता अहापडिस्वं उग्गहं उम्पिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ // 12 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी बहवे समणा भगवंतो अप्पेगइया उग्गपव्वइया भोगपव्वइया राइण्ण० णाय० कोरव्व० खत्तियपव्वइया भडा जोहा सेणावई पसत्थारो सेट्ठी इन्भा अण्णे य बहवे एवमाइणो उत्तमजाइकुलरूखविणयविण्णाणवण्णलावण्णविक्कमपहाणसोभग्गकंतिजुत्ता बहुधणधण्णणिचयपरियालफिडिया परवइगुणाइरेगा इच्छियभोगा सुहसंपललिया किंपागफलोवमं च मुणिय विसयसोक्खं जलबुब्बुयसमाणं कुसग्गजलबिंदुचंचलं जीवियं च णाऊण अर्धवमिणं रयमिव पडग्गलग्गं संविधुणित्ता णं चइत्ता हिरण्णं जाव पव्वइया, अप्पेगइया अद्धमासपरिआया अप्पेगइया मासपरिआया एवं दुमास-तिमास जाव एक्कारस० अप्पेगइया वासपरिआया दुवास० तिवास० अप्पेगइया अणेगवासपरिआया संजमेणं तवसा अप्पाणं भावमाणा विहरंति // 13 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी बहवे णिग्गंथा भगवंतो अप्पेगइया आभिणिबोहियणाणी जाव केवलणाणी अप्पेगइया मणबलिया वयबलिया कायबलिया (णाणबलिया दंसणबलिया चारित्तबलिया) अप्पेगइया मणेणं सावाणुग्गहसमत्था 3 अप्पेगइया खेलोसहिपत्ता एवं जलोसहि० विप्पोसहि० आमोसहि० सव्वोसहि० अप्पेगइया कोहबुद्धी एवं बीयबुद्धी पडबुद्धी अप्पेगइया पयाणुसारी अप्पेगइया संभिन्नसोया अप्पेगइया खीरासवा अप्पेगइया महुआसवा अप्पेगइया सप्पिआसवा अप्पेगइया अक्खीणमहाणसिया एवं उज्जुमई अप्पेगइया विउलमई विउव्वणिड्ढिपत्ता चारणा विजाहराआगासाइवाइणो // अप्पेगइया कणगावलिं तवोकम्मं पडिवण्णा एवं एगावलिं खुड्डागसीहणिक्कीलियं तवोकम्मं पडिवण्णा अप्पेगइया महालयं सीह णिक्कीलियं तवोकम्मं पडिवण्णा भद्दपडिमं महाभद्दपडिमं सव्वओभद्दपडिम आयंबिलवद्धमाणं तवोकम्मं पडिवण्णा मासियं भिक्खुपडिमं एवं दोमासियं पडिमं तिमासियं पडिमं जाव सत्तमासियं

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