Book Title: Agam aur Tripitak Ek Anushilan Part 1
Author(s): Nagrajmuni
Publisher: Concept Publishing Company

Previous | Next

Page 5
________________ अागम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन (खण्ड-१ : इतिहास और परम्परा) लेखक: राष्ट्रसन्त मुनिश्री नगराजजी डी० लिट ब्रह्मर्षि, योग शिरोमणि, सद्भावना रत्न भूमिका : डॉ. ए. एन० उपाध्ये, एम० ए०, डी० लिट० __ डीन, कलासंकाय, कोल्हापुर विश्वविद्यालय (अध्यक्ष : अखिल भारतीय प्राच्यविद्या सम्मेलन, अलीगढ़, १९६७) एक अवलोकन: डॉ० पं० सुखलालजी संघवी, डी० लिट्० भूतपूर्व प्राध्यापक, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय सम्पादक: मुनि श्री महेन्द्रकुमारजी 'प्रथम' मुनि श्री महेन्द्रकुमारजी 'द्वितीय', बी० एस-सी० (ऑनर्स) प्रकाशक: कॉन्सेप्ट पब्लिशिंग कम्पनी एच-१३, बाली नगर, नई दिल्ली-११००१५ ____Jain Education International 2010_05 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 ... 744