Book Title: Agam Sutra Satik 43 Uttaradhyayanani MoolSutra 4 Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: Agam Shrut Prakashan View full book textPage 2
________________ बालब्रह्मचारी श्री नेमिनाथाय नमः नमो नमो निम्मल दंसणस्स श्री आनंद - क्षमा-ललित-सुशील सुधर्मसागर गुरूभ्यो नमः आगम सुत्ताणि भागः २८ ४३ - १ | उत्तराध्ययनानि - मूलसूत्रम् - १ संशोधक -: : सम्पादकश्च : मुनि दीपरत्नसागर रविवार २०५६ ता. १४-४-२००० (सटीकं) ४५ -- आगम सुत्ताणि-सटीकं मूल्य रू. ११०००/ आगम श्रुत प्रकाशन Jain Education International चैत्र सुद ११ : संपर्क स्थल " 'आगम आराधना केन्द्र" शीतलनाथ सोसायटी विभाग- १, फ्लेट नं. १३, ४ थी मंझिल, व्हायसेन्टर, खानपुर, अहमदाबाद (गुजरात) For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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