Book Title: Agam Prakashan Suchi Author(s): Nirav B Dagli Publisher: Gitarth GangaPage 13
________________ xii Salient Features of Agamik Catalogue : B Unique & Innovative Research Work of Gitarth Ganga Jain Research Institute. ॥ Compact & User Friendly. Is प्रकाशनसूची में वैविध्यपूर्ण 2500 से अधिक आगम संबंधी पुस्तक/ प्रतों का उपयोग । Is 15,000 से अधिक कृति-प्रकाशन-कर्ता-संपादक-प्रकाशकों का Interlink I Is तपागच्छ, खरतरगच्छ, अचलगच्छ, पार्श्वचंद्रगच्छ, स्थानकवासी व तेरापंथी आदि संप्रदाय के प्राचीन एवं अर्वाचीन प्रकाशित आगमिक साहित्य का समावेश | । प्रकाशनसूची के निर्माण में आवश्यकतानुसार आधुनिक वैज्ञानिक पद्धति का उपयोग | Is आगम पंचांगी की चित्रात्मक शैली द्वारा बेहतरीन प्रस्तुति | Is पिछले करीबन 150 साल में हुए आगमिक साहित्य के प्रकाशनों का परिचय । मूल आगम ग्रंथ एवं उन पर रचे गए नियुक्ति आदि व्याख्या साहित्य और अर्वाचीन अनुवाद, सारांश आदि अनेकविध ग्रंथों का अनोखी शैली से प्रदर्शन | ॥ गीतार्थ गंगा के संदर्भ ज्ञानभंडार (Reference Library) का एक प्रांजल एवं सुबद्ध संशोधनात्मक Agamik Catalogue |Page Navigation
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