Book Title: Agam Gyan Ki Adharshila Pacchis Bol
Author(s): Varunmuni
Publisher: Padma Prakashan

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Page 184
________________ * १७० * चौबीसवाँ बोल : भंग उनचास . (३) अंक १३, भंग ३-एक करण व तीन योग से कथन १. करूँ नहीं मन से, वचन से व काया से, . २. कराऊँ नहीं मन से, वचन से व काया से, ३. अनुमोदूँ नहीं मन से, वचन से व काया से। (४) अंक २१, भंग ९-दो करण व एक योग से कथन- १. करूँ नहीं, कराऊँ नहीं मन से, २. करूँ नहीं, कराऊँ नहीं वचन से, ३. करूँ नहीं, कराऊँ नहीं काया से, ४. करूँ नहीं, अनुमोदूं नहीं मन से, ५. करूँ नहीं, अनुमोदूँ नहीं वचन से, ६. करूँ नहीं, अनुमोदूँ नहीं काया से, ७. कराऊँ नहीं, अनुमोदूं नहीं मन से, ८. कराऊँ नहीं, अनुमोदूं नहीं वचन से, ९. कराऊँ नहीं, अनुमोदूँ नहीं काया से। (५) अंक २२, भंग ९-दो करण व दो योग से कथन १. करूँ नहीं, कराऊँ नहीं मन व वचन से, २. करूँ नहीं, कराऊँ नहीं वचन व काया से, ३. करूँ नहीं, कराऊँ नहीं मन व काया से, ४. करूँ नहीं, अनुमोदूँ नहीं मन व वचन से, ५. करूँ नहीं, अनुमोदूँ नहीं वचन व काया से, ६. करूँ नहीं, अनुमोदूँ नहीं मन व काया से, ७. कराऊँ नहीं, अनुमोदूँ नहीं मन व वचन से, ८. कराऊँ नहीं, अनुमोदूं नहीं वचन व काया से, ९. कराऊँ नहीं, अनुमोदूं नहीं मन व काया से। (६) अंक २३, भंग ३-दो करण व तीन योग से कथन १. करूँ नहीं, कराऊँ नहीं मन, वचन व काया से,

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