Book Title: Agam Athuttari
Author(s): Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati
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________________ 110 80 . आगम अद्भुत्तरी भज्जा (भार्या) 26 / मूग (मूक) भट्ठ (भ्रष्ट) 72 मोक्ख (मोक्ष) भत्त (भक्त) | रंक (दरिद्र) भमण (भ्रमण) रक्खा (रक्षा) भव्व (भव्य) | रयण (रत्न) भाणु. (सूर्य) रसिय (रसिक) .. भायण (पात्र, बर्तन) | राय (राग) भालिय (देखकर). 27 रुक्ख (वृक्ष) भुत्त (खाया हुआ) रुहिर (रुधिर) भुयंग (सर्प) | लच्छी (लक्ष्मी) मंति (मंत्री) 113 लसण (ल्हसुन) मगह (मगध देश) लहरी (समुद्र) मगहाहिव (राजा श्रेणिक) 110 लोगुत्तर (लोकोत्तर) मज्जाया (मर्यादा) लोयण (आंख) मज्झ (मध्य) | वंझा (वन्ध्या) मत्तंड (सूर्य) वंस (वंश). मयंक (चन्द्रमा) 41 / वंसुलि (बांसुरी) मिगतण्हा (मृगतृष्णा) वक्खाण (व्याख्यान) मिगा (मृगावती रानी) वडतरु (वटवृक्ष) मियच्छि (मृगाक्षी स्त्री) वणसइ (वनस्पति) मिल्ल (मिलकर) | ववहार (व्यवहारनय) मिस्सदिट्ठि (मिश्रदृष्टि) | ववहारी (व्यापारी) मुट्ठि (मुष्टि) | वसण (व्यसन) मुत्ताहल (मोती) वाडि (दे. घर) मुयंग (मृदंग) | वाहि (व्याधि, रोग) मुय (मृत) 38 | विज्जा (विद्या) 35 41
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