Book Title: Agam 39 Chhed 06 Mahanishith Sutra
Author(s): Punyavijay, Rupendrakumar Pagariya, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Granth Parishad

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Page 268
________________ [२९] १-७४ ७-२ २-५७ २-११, २१ ८-३९ २-१४० ३-५,४ ३-७७, ३२,५ छीयइ जइण जइणयर जइणालग जंबाल जजण जप्प जम जमगसमग जमला जमलारा चाउम्मासि चिड़-वंदण चक्कनाली चक्कमिय चड चमढण चरमोयहि चलचलचलस्स चल-चल्लुचेलि चिक्खल चिच्चोरु चिण्हिय चिर चिर-याल चिलात चिलिच्चिल चिलिण चुक्कड़ चुडुली चुण्ण-जोग चेइय चेइयालग चेट्टिय ३-७६,३२,५ २-३,३६ ७-४० २-१५३ १-१२, १०२ जलुस जल्ल जवखार जसवड्ढण जहण जहुत्तयालं ७-३३ ५-२७ ४-११ ५-२०,२४,३१ ५-३ ८-१५ २-३,६६ २-८९ ७-४४,४८ २-९,१४१ २-३९१ ३-७६, ३२,५ ३-४४,१३ १-१८, १६५ ३-२५, ११ १-१४, १२० ७-७ ३-३, १० ७-१६ ५-१३,४,५ १-३३ ७-११ १-३, ११ ५-३८ २-१८,४ जाण जाणीए जायाइ ३-७६, ५-३ २-२२,२ ५-१७,३३,३५ २-२०,२ २-१६,५ १-७,४२ ५-२९,३१ ७-२४ ७-१६ १-१०,५५ ८-२४ जित्त जीज्जे जुंजयंते चेदुइ जूव चोइय छइल्ल छउमत्थ छज्जइ छट्ठभत्त छड्डिकड छत्त जोग-चुण्ण जोगजाण जोग-पडिजोग-चुण्ण जोग्गीभूय झंझा झंप झंपइ झंपिय झस-कार झालोज्झलि झुणि झूसिर ३-१४,२ १-७-४६ ७-२३ ३-५४ ७-१३, १४ १-१५,१४४ १-१२, ९७ ३-१३६ ७-२९ ३-३,१० ३-३३,८ ७-२१ १-१८,१६२ १-१६२ ४-५ १-१५७,३-६० ६-३७५ ५-२७ ७-३२ छप्पइया छम्मालोयण छाय छिवइ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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