Book Title: Agam 39 Chhed 06 Mahanishith Sutra
Author(s): Punyavijay, Rupendrakumar Pagariya, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Granth Parishad
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[३३]
१-१०,५६ ५-३७ २-१४८
पडिभणित पडिवालेह पडिसमाहर पडिहत्थ पडुप्पण्ण पण पण्णग पणच्चिर पणाव पण्णग पत्थिय पद्धर पप्पा पवुज्झयइ पब्भार पमाणीकय
३-३, ११ ८-३१ ३-९२ ३-४,९ ३-११,७ २-१६७ ५-१८ २-१०२ ४-१४,५-२१ ७-५५
परावत्तण परिणिव्वुड परिणे परितोलण परिदसण परिबुज्झिऊण परिभस्सइ परियत्तइ परियाग परिवलित्तु परिवाडी परिवेसंत परिसक्कड़ परिसंखण परिसडइ परिसागिह परिसाडी परिहत्थय परिहसण परिहस्सइ परुज्झइ
२-११,६ ४-१६ १-२८ ३-५३ ३-२९,१ १-२८, ३-३ २-१६१ १-१९९ १-१४,१३८ २-५४ ८-२३ ८-१६ २-११,११ ३-७९ . ५-१९ ५-२७ ८-१४ ८-१७ ८-४१
७-२६ ७-१८,२०
पम्हुसइ
परोहइ
पयइयव्व पयच्छण पयड पयडीहूय पयणीकय पययाइ पयरिस पयरिसन पयलइ पयला पयलित पयलित्ताणं पयाणुसारि पयाइ पयादी पयाण पयाण-गामग परावत्त
८-१० ७-२० ७-२६ ६-१९ ३-४३,३ २-१५,७ २-१९९ २-२०० २-१२६ ३-४२ १-९८ १-१०,५५ २-४,५४ १-२ ३-३८ ५-२३ ३-१३,३ ७-२ ३-८६
पल पलिसायंत पवंचि पविहरिअ पवुज्झय पवत्तणी पवित्तग पव्वावेइ पवियंभ पव्वज्जिय पव्वण पसत्थापसत्थनाणकुसील पसल्लइ पहुप्पड़
२-१६,५ ३-४४,३ १-१६२ २-१६,३
७-४१ ८-८ ४-३
१-२४ ४-१
परावत्तह
३-३७,५
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