Book Title: Agam 36 Chhed 03 Vyavahara Sutra Shwetambar
Author(s): Purnachandrasagar
Publisher: Jainanand Pustakalay

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Page 45
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir | पं० २०- गणसंगहको नाम एगे नो माणकरे माणकरे नाम एगे नो गणसंगहरे एगे गणसंगहकरेवि माणकरेवि एगे नो || गणसंगहरे नो माणकरे '७३५' ।। चत्तारि पुरिसज्जाया पं० २०-गणसोहरे नाम एगे नो माणकरे माणकरे नाम एगे नो गणसोहकरे एगे गणसोहकरेवि माणवि एगेनो गणसोहरे नो माणकरे चत्तारि पुरिसज्जाया पं० २०-गणसोहिकरे नाम एगे नो माणकरे माणकरे नाम एगे नो गणसोहिकरे एगे गणसोहिकरेवि माणकरेवि एगे नो गणसोहिकरे नो माणकरे '७३९'८। चत्तारि पुरिसजाया पं० २०-रूवं नामेगे जहइ नो धम्मं धम्मं नामेगे जहइ नो रूवं एगे रूवंपि जहइ धम्मपि जहइ एगे नो रूवं जहइ नो धम्म जहइ ७४३९। चत्तारि पुरिसजाया पं० तं०-धम्म नामेगे जहइ नो गणसंठिई गणसंठिई नामेगे जहइ नो धम्म एगे गणसंठइंपि जहइ धम्मपि जहइ एगे नो गणसंठिई जहइ नो धम्मं जहइ '७४७'११० चत्तारि पुरिसजाया पं० ०-पियधम्मे नामेगे नो दधम्मे दढधंभ नामेगे नो पियधमे एगे पियधम्मेवि दढधमेवि एगे नो पियधमे नो दधम्मे '७५११११। चत्तारि आयरिया पं० २०-पव्वावणायरिए नामेगे नो उवट्ठावणायरिए उवद्वावणायरिए नामेगे नो पव्वावणायरिए एगे पव्वावणायरिएवि उवढावणायरिएवि एगे नो पव्वावणायरिए नो उवढावणायरिए, धम्मायरिए '७५६।१२। चत्तारि आयरिया पं० २०-उद्देसणायरिए नामेगे णो वायणायरिए वायणायरिए नामेगे नो उद्देसणायरिए एगे उद्देसणायरिएवि वायणायरिएवि एगे नो उद्देसणायरिए नो वायणायरिए, धम्मायरिए '७५७।१३। चत्तारि अंतेवासी पं० २०-पव्वावणअंतेवासी णामेगे णो ॥ श्री व्यवहारसूत्रम् ॥ | ३४ पू. सागरजी म. संशोधित For Private And Personal Use Only

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