Book Title: Agam 36 Chhed 03 Vyavahara Sutra
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 3
________________ प्रस्तावना. आ सूत्रनुं नाम व्यवहार सूत्र छे. आ सूत्र छेद सूत्र छे. अत्यार सुधीमां अर्थ, भावार्थ ने मूळ साथे ा छेद सूत्र 18 प्रथमज छपाय छे. हैद्राबादमां सूत्र छपाया छे तेमां शद्धार्थ नथी. फलफत्ताना वाबु साहेब के आगम समिति तरफथी छेद है। सत्र छपाया नथी. अमे १९१५ मां बृहत्कल्प ( वेदकल्प ) नामे छेद सूत्र प्रथम छपाषेल, त्यारपछी आ बीजुं छेद सूत्र व्यव-12 + हार बहार पाडवामां आवेल छे. आ सूत्र अमारे खरचे जर्मनीमा हेम्बगे युनीवरसीटीना संस्कृतना प्रोफेसर वोलथर इयबिना 18/ पासे शुद्ध मूळ (पाठान्तर ने शब्दकोप साथे) तैयार करावी छपावेल छे. छेद सूत्रोमां साधुनी वावत होवाथी आ सूत्र मुनी महाॐ राजाओने वाचवा लायक छ. बृहत्कल्प सूत्र छपाया पछी ते सूत्र घणा मुनी महाराजाओए अमारी पासेथी मंगावेल छे; तेम | र आ सुत्र मुनी महाराजाओने खास मनन करवा योग्य छे. ते साथे आवकोने यांचवाथी तेमांथी घणी जुदी जुदी वावतोनुं ज्ञान | मळशे. आ छेद सूत्र छपावानी अमारी मतलब जैनसूत्रज्ञाननो फेलाबो करवानी छे. आ सूत्रनुं मूळ जर्मनीमां १९१८ मां || अंग्रेजीमां उपला मोफेसरे छपावी प्रसिद्ध करेल छे. आ सूत्रनुं मूळ नीचेनी प्रतोने आधारे तेमणे रचेल छे. ने आ सूत्रमा दरेक से पाठान्तरमां ते प्रतोना नाम अमे नीचे वतावेल टुंका अक्षरोमां इंगेजी तथा गुजरातीमां आपेल छे, जेथी वांचकवर्गने | समजण पडशे. (१) T (टी) मलयगीरीनी टीका, २ P (पी) नामनी प्रत ते पुनानी डेकनकोलेजनी लाइब्रेरीनी ताडपत्रनी प्रत छ जे संवत १३३४ नी नंबर (५-१३१७) नी छे. (३) B (वी) ने (४) b (नानी वी) आ वे जर्मनीमां वरलीन R EASABASE

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