Book Title: Agam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Chhaganlal Shastri, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 475
________________ ४१२ । गोयमा ! तिण्णि छलुत्तरा णिहिरयणसया सव्वग्गेणं पण्णत्ता । वइआ णिहिरयणसया परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति ? 'गोयमा ! जहण्णपए छत्तीसं उक्कोसए दोणि सत्तरा णिहिरयणसया परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति । जम्बुवेदी [जम्बूद्वीपप्रज्ञप्तिसूत्र जम्बुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइआ पंचिंदिअरयणसया सव्वग्गेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! दो दसुत्तरा पंचिंदिअरयणसया सव्वग्गेणं पण्णत्ता । जम्बुद्दीवे णं भंते ! दीवे जहण्णपदे वा उक्कोसपदे वा केवइआ पंचिंदिअरयणसया परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति ? गोयमा ! जहण्णपए अट्ठावीसं उक्कोसपए दोण्णि दसुत्तरा पंचिंदिअरयणसया परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति । जम्बुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइआ एगिंदिअरयणसया सव्वग्गेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! दो दसुत्तरा एगिंदिअरयणसया सव्वग्गेणं पण्णत्ता । जम्बुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइआ एगिंदिअरयणसया परिभोगत्ताए हव्वमागच्छन्ति ? गोयमा ! जहण्णपए अट्ठावीसं उक्कोसपए दोण्णि दसुत्तरा एगिंदिअरयणसया परिभोगत्ताए हव्वमागच्छन्ति । [२०८] भगवन् ! जम्बूद्वीप में जघन्य - कम से कम तथा उत्कृष्ट - अधिक से अधिक समग्रतया कितने तीर्थंकर होते हैं ? गौतम ! कम से कम चार तथा अधिक से अधिक चौतीस तीर्थंकर होते हैं। भगवन् ! जम्बूद्वीप में कम से कम तथा अधिक से अधिक कितने चक्रवर्ती होते हैं ? कम चार तथा अधिक से अधिक तीस चक्रवर्ती होते हैं । गौतम ! कम जितने चक्रवर्ती होते हैं, उतने ही बलदेव होते हैं, वासुदेव भी उतने ही होते हैं। भगवन् ! जम्बूद्वीप में निधि - रत्न - उत्कृष्ट निधान कितने होते हैं ? गौतम ! जम्बूद्वीप में निधि - रत्न ३०६ होते हैं। भगवन् ! जम्बूद्वीप में कितने सौ निधि - रत्न यथाशीघ्र परिभोग-उपयोग में आते हैं ? गौतम ! कम से कम ३६ तथा अधिक से अधिक २७० निधि - रत्न यथाशीघ्र परिभोग-उपयोग में आते हैं। भगवन् ! जम्बूद्वीप में कितने सौ पंचेन्द्रिय- रत्न होते हैं ? गौतम ! जम्बूद्वीप में पञ्चेन्द्रिय-रत्न ३०६ होते हैं। भगवन् ! जम्बूद्वीप में कम से कम और अधिक से अधिक कितने पञ्चेन्द्रिय-रत्न यथाशीघ्र परिभोग !

Loading...

Page Navigation
1 ... 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482