Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 9
________________ R निखिद्रापित दुःप्रवेश वा सा। तवा पहिरवळपागारपरिसित्ता धतु टिम इटिसघतु प्ठतोपि पसेच मावारेष परिचिप्ता या सा। तथा पविसौमयमागसमिविराममाग पिमोर्ष तिरचित पत्तसहत सहित विमिस मामवधि विराषमामा योभमामा या सा । पायपरिय दारगोपुरतोरपडसाविमत्तराममा पहावा प्राकारोपरिवत्योयविशेषाः परिक्षा पटात प्रमाणा नगरपावारान्तरालमा बाराणि मातारा रिचा गोपगवि पुरणारापि तोरपानि मनोनि स्वतामि गुप्तवन्ति चानि च यस्यां मा तथा सुविभवा' विपिता राजमार्गा,यस्यां सा तथा तत्पद सत्र धारय गावरियस्यदफसिरोसा हवन भिपुणेमापायें विसिमा रचितोड़ो वसवान् परिघोसान्द्र बोसप गोपुरावया । वियेको यो सा । तग विधि वपिछत्तसिप्पिमारपरिषयमा विष पीना वपिपधान हामार्गापा वपिाच वापिनकाना चचेव मान रासा सषा मिमिमि वारादिमिराको पतएव समप्रयोजमससिरिनामा नित्यम मुदितत्वेन च निससचा च या सातवा वाचना adake ___यकपागारपरिविवता कविसीमय वट्टरस्य सठिय विरायमाणा प्रहालयचरिय दार गोपुर तोरण उणय बोमोसा वाटुमारचनासहितमनोहरसठिपमह उसम्बान पतिययन मोभतोमिपिएचवीनगरी पोसिधपरिझमिवानाठामगठपणानगरपिचासर पाठवावममीवपमार्ग दारक मठनपारी पुरनगरनावारपोसि तोरपकाठमापापापनासोकप्रमिह सचागुपयारीसचित सविभवोपरि चितराममार्गरामपाणिवीनगरी विभिलपमवटएकवटपाचार्यविचागी तियरपिनोपनावित बसवतफसिहापागसभोगसपने स्ट्रीशीर पोसिमापाविपाशाभोगचपातिवापरावीमवरी' विपथनाटपावासीपासवानसमाविपिपि छत्ततिहरुचामबठाम मिसि ।


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