Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Varunmuni, Sanjay Surana
Publisher: Padma Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 546
________________ फ 5 फ्र **********மிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிததமிதித*தமிழ*****SI 卐 तिमिसंधयार तिमिंगल तिरिय तिवायणा तिसिय तिहि तुरय तूणइल्ल तेणिक्कं तेल्ल तोमर तोरण तंती तंब तुंड थण थलयर थावर थूभ थोवगं दइओ दईवतप्पभावओ दग दगतुंड दच्छ दद्दुर दब्भपुष्फ दया दरदड्ढ दवग्गि परिशिष्ट फ़फ़ Jain Education International घोर अन्धकार बहुत बड़े तिर्यञ्च त्रिपातना ( अतिपातना) - हिंसा का १० वाँ नाम प्यासा तिथि घोड़ा वाद्यविशेष बजाने वाला चोरी तेल बाण तोरण तन्त्री - वीणा ताम्र मुख स्तन स्थलचर स्थावर एकेन्द्रिय जीव स्तूप थोड़ा दयित-प्रिय भाग्य के प्रभाव से उदक, पानी पक्षी दक्ष चतुर वाद्यविशेष एक प्रकार का सर्प दया- अहिंसा का ११वाँ नाम कुछ जला हुआ दावानल ( 456 ) pitch dark giant fish animals to kill; 10th name of violence thirsty date a horse player of a musical instruments theft oil an arrow arch on a door tantri veena copper mouth udder ! २४२ ! १७ ५७ ८ For Private & Personal Use Only २६१ ४०० १८७ ४१७ २१० ५५-५६ २११ terrestrial animal ३४ one-sensed being २१९ a memorial mound २६ little ८१ beloved २२४ due to luck ९८ water १४१ a bird १९ expert; clever ८० a musical instrument ४१७ a type of snake २२ pity; 11th name of ahimsa २५३ slightly burnt forest fire १४९ ३२ ४१७ १२६ ३९८ ५२ २८ Annexure गगगगगग h ५ ५ y ५ y ५ ५ ५ 卐 फ्र 卐 卐 卐 5 www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576