Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Varunmuni, Sanjay Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 1
________________ मोक्ष देवगति शुभ मनुष्य भव पाँच संवरद्वार सेवनाका सुफल विवक संयम जिनवाणी सत्य अचौर्य अहिंसा ब्रह्मचर्य अपरिग्रह तिला प्रश्नव्याकरणसूत्र प्रवर्तक श्री अमर मुनि Jostried PRASHNAVYAKARAN SUTRA Pravartak Shri Amar Muni आत्मा पंचमहाभूत से उत्पन्न हुई है अदत्तादान हिंसा मृषावाद अब्रह्मचर्य Miluru पाँच आश्रव सेवन का कुफल अशुभ पशु वनस्पति अशुभ (मनुष्यभव नरकगति Jain Education International Use Only www.jainelibrary.org

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