Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Varunmuni, Sanjay Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 554
________________ 25 55 5 5 5 5 5 5 5 5 555 5 5 5 5 5 5 555 555 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 55 5 தததததததததததததததததமிதிமிதிமிதிமிதிமிதிததமிதிதிததததி भास भासासमिए भिक्खुपडिमा भिंगारग भुज्जिय भुयईसर भूमिघर भूयगामा भेणिवण भेसज्ज भोमालिय भंडोवगरण भिंडिमाल मइय मउड मउलि मगर मच्चू मच्छबंधा मच्छि मच्छंडी मज्ज मज्जण मज्जार मडंब मणगुत्ते मणपज्जवनाणी मणि परिशिष्ट Jain Education International भाष पक्षी भाषासमिति वाला साधु की पडिमा (प्रतिज्ञा ) भिंगारक पक्षी शेषनाग भूमिगृह - तलघर जीवों के समूह भेदनिष्ठापन - हिसा का एक नाम भेषज भूमिसम्बन्धी झूठ मिट्टी के भांड भिंडिपाल मतिक- खेत जोतने के बाद ढेला फोड़ने का मोटा काष्ठ मुकुट फण वाले सर्प मगरमच्छ मृत्यु, हिंसा का एक नाम मछली पकड़ने वाले मक्खी मिश्री मद्य मज्जन-मर्दन बिल्ली जिसके नजदीक कोई बस्ती न हो ऐसी बस्ती गुप्त मनः पर्यवज्ञानी चन्द्रकान्त आदि (464) a bird having care in speech resolve of a monk a bird roasted barley the great serpent cellar groups of beings to tear apart; a name for violence medicinal lie about land earthen pots a weapon thick wooden bar for breaking lump of sand crown hooded snake crocodile death; a name for violence fishermen a fly crystal sugar alcohol; wine massage a cat an isolated village १९ ४०८ ३७७ १९ ३९८ २०२ - २०३ २६ ३७७ ८ having restraint of mind one with manah paryavjnana precious stones For Private & Personal Use Only ३९६ १०४ २६ १३४ २८ १३६ १८ १७ ८ ३२ ६३ ३९८ 卐 ३९८ फ्र ३६१ फ्र 卐 卐 卐 १७ १४१ ४०८ २६४ ३२२ Annexure 5 卐 फ्र 5 卐 फ फ्र फ्र 卐 www.jainelibrary.org

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