Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Varunmuni, Sanjay Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 565
________________ 卐 卐 फ्र தமிழிழதமிழ்மிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிமிசுமி& फ सेल्लग सेह सेहंब सोणिय सोणी सोत्थिय सोम्मा सोय सोयरिया संकड संकम संकरो संकुल संख संघयणे संचयो संजमो संठाण संडासतुंड संथवो संधिच्छेय संपाउप्पायओ संदण संबाह संबर संभारो परिशिष्ट फ्र Jain Education International शल्यक जन्तु शरीर पर काँटे वाला जन्तु-सेही रायता आदि रक्त कटि स्वस्तिक सौम्य शोक सूअरों का शिकार करने वाले व्याप्त उतरने का मार्ग वस्तुओं का परस्पर मिलाना, परिग्रह का ७वाँ नाम व्याप्त शंख अस्थियों की शारीरिक रचना चय-वस्तुओं की अधिकता, परिग्रह का दूसरा नाम संयम, अहिंसा का एक नाम संस्थान - शारीरिक आकृति संडास की आकृति की तरह मुँह वाला जीव बाह्य पदार्थों का अधिक परिचय, परिग्रह का २२ वाँ नाम खात खोदने वाला झूठ आदि पाप को करने वाला, परिग्रह का १८वाँ नाम युद्धरथ तथा देवरथ संबाध, बस्तीविशेष सांभर संभार, जो अच्छी तरह से धारण किया जाये, परिग्रह का छठा नाम (475) an animal porcupine a dish made of curd blood back swastika sober grief boar hunters wide spread down-path to mix things; 7th name of Parigraha wide-spread conch shell bone structure aquisition; second name of Parigraha restraint; a name for ahimsa body constitution an animal For Private & Personal Use Only १८ १८ ४२५ २२ २१० १८७ २१० ३० ३२ description of outside things; 22nd name of Parigraha a digger indulgence in sins including falsity; 18th name of parigraha a war chariot or a divine chariot a place of habitation a large antelope proper dress; sixth name of Parigraha ३७ २६ २२८ ३७ २०३ ३५३ २२८ २५३ १२७ ३४ २२८ १३० २२८ २८ २२४ १७ २२८ Annexure 1 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 5 555 559 59595555 5 5 2 卐 卐 卐 卐 卐 卐 卐 www.jainelibrary.org

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