Book Title: Agam 04 Ang 04 Samvayanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Hiralal Shastri
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 371
________________ 250] [समवायाङ्गसूत्र महाभीमसेन महायश महावीर 239 233,239 226 233,233 महाशिव महासेन महाहरि माहेन्द्र मितवाहन मित्रदास मुनिसुव्रत मृगावती 225 रेवती 241 रोहिणी 1,18,91,106,109, लक्षणा 117,118,120,129, लक्ष्मीमती 131,140,141,149, ललित 161,162,164,165,170 ललितमित्र 233 लष्टबाहु 241 लोहजंघ 232 वज्रजंघ 227 वज्रनाभ 218 वसिंह 225 वर्धमान 61,69,115,227,229 वप्रा 233 वरदत्त 226 वराह 227 वशिष्ठ 236 227 241 241 227,231 229 68,69,227,230 226,232 229,231 मेघ 231 मेघरथ 21 237 वसुदेव ل كلمه سه मेरक मेरा मौर्यपुत्र मंगला मंडितपुत्र له mm www له د الله मंदर الله 238 الله 231 232 225 الله الله 239 الله यश यशष्मान यशस्वती यशस्विनी युक्तिसेन युगबाहु रति राजललित राम रामा रावण रिष्ट रुक्मि रुद्र 232 वसुन्धरा 125,154 वसुपूज्य 226 वामा वाराह वारिषेण वासुदेव वासुपूज्य 232 231 विजय 238 विजया 227 विदर्भ 231 विपुलवाहन विमल 236 विमल (अर्हत्) AWKWWWWW 69,123,129,163,227 228,229 134,229,232,236,239 229,233 231 240 227,239,241 69,111,119,122 128,227 225 135,225 236 236 237 विमलघोष 240 विमलवाहन विश्वनन्दी 232 विश्वभूति 233 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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