Book Title: Adhyatmik Gyan Vikas Kosh
Author(s): Rushabhratnavijay
Publisher: Rushabhratnavijay

View full book text
Previous | Next

Page 14
________________ Piee 30000000000000000000000 COOPE पांच इन्द्रिया हाथी हाथिनी को देख कर आकर्षित होता है। उसे पाने के लिए भागता है बीच में खड्डा आने से गिरता है और महावत के बंधन को प्राप्त करता है । रसनेन्द्रिय में आसक्त मछली आटे की गोली को खाने के लालच में अंदर रहे कांटे में बिंधती है और मृत्यु को प्राप्त करती है । सुंघने में आसक्त बना भंवरा कमल में सूर्यास्त के पश्चात् बंद हो जाता है और हाथी उस कमल को उखाड़ कर नष्ट करता है । दिपक की ज्योत को देखकर तीतली उसे पाने हेतु निकट पहुँचती है और दिपक की ज्योत में स्वाहा हो जाती है। शिकारी द्वारा सुनाये गये मधुर वाद्य यंत्रो के कर्ण प्रिय नाद को सुनकर हिरण बंधन को प्राप्त करते है । एक-एक इन्द्रिय में आसक्त बंधन और मृत्यु को प्राप्त करते हैं तो पाँचों इन्द्रियों में आसक्त है उनका क्या होगा ?

Loading...

Page Navigation
1 ... 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24