Book Title: Aagam Sambandhi Saahitya 03 Aagam Sootradi Akaaraadi
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad

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Page 13
________________ आगम संबंधी साहित्य [भाग-3] अंग-सूत्रादि-अकारादि [अ - कार] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: अंग-सूत्रादि-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य) प्रत सूत्रांक यहां देखीए kGE ८आ. ९२.४ श्रीआचाराङ्गाद्येकादशाङ्ग्याः सूत्रतद्गाथाद्यकारादि. बEAR १४ उपा. १५ अंत FO अनु. दीप १३ज्ञा. १६ प्रश्न. सूत्रायल१७विपा. ७०* २०२ * ३७* क्रमांक के लिए सूत्राद्यावि. सूत्रे. अइमाणं च मायं च ९ अइमाणं च मायं च ९ अइबत्तियं अणाउट्टि ८ अकरिस्सं चऽहं ८ अकसाई विगयगेही य ८ अकुमारभूए जे केई ११ अकुपओ गवं णस्थि ९ अकुसीले सया भिक्खू ९ अक्सरगुणमतिसंघायणाए९ देखीए R सूत्रायः सूत्राद्य दि. सूत्रे. सूत्राघङ्कः सूत्राय दि. सूत्रे. ४७२ * | अक्खोभ सागरे खलु १५३ * | अग्गिस दाहिणे पासे १२ ५३० * | अगणितो निक्खतो ९ १९५नि. अचयंता व लूहेणं ९ ५८* अगरुबरपबरधूवण १३ ४८ * अचित्तं तु समासज्ज ८ अगारमावसंताबि ९ १९* अच्चित्तं पुण विरियं ९ | अगिद्धे सहफासेसु ९ ४७१% अच्चेइ जाईमरणस्स ८ ३२ * अगुरुवरपवरधूण. १३ ३७* अजित णं अरहा अद्धपंच६१३ - अग्गीया मूलबीया ८ १३०नि. माई धणु उड्ड. ११ ४६४ | अग्गं वणिएहि आहियं ९ १४५ * | अजियस्स गं अरदओ सा२.नि. अग्निकु० सन्वे समाहारा०११२ ६१६ । हरेगाई नव ओहि०११ 'सवृत्तिक आगम ISESEX सुल्ताणि ... जहा ८ लिखा है वहां आचारांग, ९ लिखा है वहां सूत्रकृतांग, इसी तरह १०.स्थानांग, ११.समवायांग, १२.भगवती/व्याख्याप्रज्ञप्ति, १३,ज्ञाताधर्मकथा, १४.उपासक-दशा, १५.अंतकृद्दशा, १६.अनुत्तरौपपातिकदशा, १७.विपाकश्रुत, १८.प्रश्नव्याकरण. ऐसा समझना | अ-कारादि अनुक्रममे जो सूत्रायंक दिये है वे सब सूत्र या गाथा आदि को आगमोद्धारकरी संपादित प्रतमे दिये गये क्रमांक अनुसार समझना। - 13

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