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+ श्रीमालमें, मालवेमें,तथा.मलय(मलवार)में निपधमें, मेखलमें, पिच्छलमें, तथा । नेपालमें, नाडलमें,तथा, भूमंडलके, तिलकसमान, सिंहलमें,
श्रीमाले,मालवे,वा, मलयनि, निषधे,मेखले,पिच्छले,वा। नेपाले,नाहले,वा,कुवलय, तिलके, सिंहले, # केरलमें,तथा। डाहालमें (हालार), कोशलमें, तथा,विगलित(नष्टहुए),पाणीवाले,जंगलदेशमें,तथा,त(ढ)मालदेशमें, श्रीमत्तीर्थंकरोंके० ।। केरले,वा।डाहाले(*हालारे),कोशले,वा, विगलित,सलिले,जंगले,वा,त(ढ)माले,श्रीमत्तीर्थंकराणां०५। अंगदेशमें,बंगालमें,कलिंगमें, बौद्धोंके, देशमें, अच्छे प्रयागमें, तिलंगमें । गौडदेशमें,चौड देशमें,मुरंडदेशमें,श्रेष्ठतरद्रविण(बल)वाले,ऊद्रियाणमें२, अंगे, बंगे,कलिंगे.सुगत,जनपदे,सत्प्रयागे,तिलंगे। गोडे, चौ डे, मुरंडे, वरतर द्रवि(डे)णे,नद्रियाणे. और,पौंडदेशमें। आईकदेशमें,माद्रदेशमें पुलिंद्रमें,द्रविडदेशके,भूमंडलमें, कन्नोजदेशमें, सोरठमें। श्रीमत्तीर्थंकरोंके० । चांपानगरीमें च, पौंड्रे॥ आई, मादे.पुलिंदे, द्रविड,कुवलये.कान्यकुब्जे.सुराष्ट्र।श्रीमत्तीर्थंकराणां०।६। चंपायां. चंद्रमुखीमें, हस्तिनापुर, मथुरा, शहरमें,और उज्जयिनीमें । कोशांबीमें, अयोध्या, उत्तमकनकपुरमें,देवगिरि(नगरी)में,और,काशीमें। चंद्रमुख्यां,गजपुर, मथुरा,पत्तने,चोज्जयिन्यां ।कोशांब्यां,कोशलायां,कनकपुरवरे, देवगियाँ, च,काश्यां॥ # नाशिकमें, राजगृहपें, मंदसोर.नगरमें,भदिलपुरमें, तामलिप्तिमें। श्रीपत्तीर्थंकरोंके० ७ देवलोकमें मनुष्यलोकमें ज्योतिषियों में,
नाशिक्ये,राजगहे.दशपुर,नगरे,भदिले,ताम्रलिप्त्या॥श्रीमत्तीर्थंकराणां स्वर्ग, मत्य, इंतरिक्षे, ॐ काठीयावाड देशमें । * दूसरी लिखित पुस्तकोंमें ऐसाभी पाठांतरहै, आगेभी कॉउंस () मेका पाठांतर समझना । १रंगून-चीनादि । २ उडिशा देशमे । ३ अथवा पाटणमें। ४ उत्रेण ।।
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