________________ 47) व्याख्याप्रज्ञप्ति 15.114 ते 128 48) ज्ञातृधर्मकथा 5.106 ते 116 49) व्यवहारभाष्य 949 50) व्यवहारभाष्य 178, नियुक्ति 37 51) व्यवहारभाष्य व टीका परिशिष्ट 14 52) भावपाहुड 99 (टीका); भगवती आराधना 232 (टीका) 53) भगवती आराधना 来来来来来来来来来来 संदर्भ-ग्रंथ-सूची 1) अष्टपाहुड : आ. कुंदकुंद, शांतिवीर दिगंबर जैन संस्थान, श्री महावीरजी (राजस्थान) वि.सं. 2494 2) आचारांग (आयारो) : आ. तुलसी, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), वि.सं. 2031 3) उत्तराध्ययन (उत्तरज्झयण) : सं. मुनिपुण्यविजय, महावीर जैन विद्यालय, मुंबई, 1977 4) उपदेशपद : हरिभद्रसूरिविरचित, सं. प्रतापविजयगणि, बडोदा, 1923 5) चरकसंहिता : चक्रपाणिदत्तकृत 'आयुर्वेददीपिका सहित, सं. पांडेय, चौखम्बा संस्कृत सीरीज ऑफिस, वाराणसी, 1969 6) चरकसंहिता (खंड 1,2) : सं. शंकर पदे, गजेंद्र विठ्ठल रघुवंशी, पुणे 7) ज्ञातृधर्मकथा (नायाधम्मकहा) : अंगसुत्ताणि 3, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), वि.सं. 2031 8) तत्त्वार्थसूत्र : उमास्वातिप्रणीत, पार्श्वनाथ विद्याश्रम, वाराणसी 9) दशवैकालिक (दसवेयालिय) : सं. मुनिपुण्यविजय, महावीर जैन विद्यालय, मुंबई, 1977 10) प्रज्ञापना (पण्णवणा) : उवंगसुत्ताणि 4 (खंड 2), जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), 1989 11) भगवती आराधना : आ.शिवार्य, सं.पं.कैलाशचंद्र शास्त्री, हिरालाल दोशी, फलटण, 1990 12) महाभारत : BORI, पुणे, 1942 13) याज्ञवल्क्यस्मृति (भाग 2) : अपरार्क टीका, हरी नारायण आपटे, आनंद आश्रम मुद्रणालय, पुणे, 1904 14) सांख्यकारिका सप्तति (सुवर्णसप्ततिशास्त्र) : ईश्वरकृष्ण, तिरूपति देवस्थान, 1944 15) स्थानांग (ठाण) : आ.तुलसी, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), वि.सं. 2033 16) विपाकसूत्र (विवाग) : अंगसुत्ताणि 3, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), वि.सं. 2031 17) व्यवहारभाष्य : वाचना प्रमुख तुलसी, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), 1996 18) व्याख्याप्रज्ञप्ति (वियाहपण्णत्ति) : भाग 2, सं.पं.बेचरदास दोशी, श्री महावीर जैन विद्यालय, मुंबई, 1978