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________________ बयान-शहर-एवला. बनेहुवे है, यात्री जियारत करे, कापडबाजार और गंजबाजार यहां नामी है. हरेक किसमकी चीजे यहां मिलसकेगी तांबे-पीतलके वर्तन-और-गालिचे यहां लाइकतारीफके बनते है, सरकारी कचहरियां-स्कुल-अस्पताल-वगेरा मजबुत इमारते यहां बनीहुइ है, शहर अहमदनगरसे करीव (१२) मीलके फासलेपर शिवानदी इ. ब्तिदा है, रैलवेटेशनसे (२।।) मील और शहरसे ( १।। ) मील पूरवकी रुखपर देढमीलके हिसारमें पथरका एक मजबूत किला यहांपर बनाहुवा है. और इर्दगीर्द चोडी खाइभी तामीरकिइ हुइहै, जिले अहमदनगरकी पूर्वोत्तर रुखपर गोदावरीनदी-पूरवमे कुछ दूरतक हैदराबादराज्य-दखनपूरव-और-पूर्वपश्चिमनर्फ सोलापुर और पुनाजिला, और पश्चिमोत्तरकी रुखपर जिला नाशिक है,पश्चिम सरहदके एक हिस्सेके पास पूरवतर्फ फैलीहुइ सिंह्यादिकी पहाडियोंका सिलसिला जारी है,-अहमदनगरसे रैलमें सवारहोकर यात्री-विलाड-वांबोरी-राहोरी-लाख-बेलापुर-चिताली-तुंबासंवत्सर-और-कोपरगांव रोडटेशन होते एवला टेशनपर उतरे, रैलकिराया सवाबारां आना लगेगा. ___ [ बयान-शहर-एवला, ] मुताल्लिक दखनके एवला एक अछाशहरहै, दरमियान टेशन और शहरके पकीसडक बनीहुइ और सवारीकेलिये-इक्का-बगीतयारमिलतीहै, मकानात एवलेके पुरानेतरीकेके बनेहुवे और बाजार रौनकदारहै, हरहफतेमें मंगलकेरौज एकमामुली बाजार भरताहै, जिसमेंतरहतरहकी जीजे और माल असबाब-मिलसकताहै, जैनश्वेतांवर श्रावकोकीआवादी और एकमंदिर यहांपर तामीरहै, यात्री शहरमें जाय और जियारतकरे, ठहरनेकेलिये मंदिरकेपास एकधर्मशाला बनीडुइहै, शहरएवलेमें जरकिदुपट्टे-रेशमीकपडे-और Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034925
Book TitleKitab Jain Tirth Guide
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUnknown
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages552
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
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