SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 346
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( २२८ ) तवारिख - तीर्थ - बनारस. ती है, किरायेके इक्का - बगीभी - हरजगह तयारमिलेंगे, चूरनवेचनेवाले दोह - कवित्तोंकों बोलकर अपनेमालकी तारीफ कररहे है. चांदनी चौक - जोरीबाजार - चौखंभा - और - नया चौक - ये - बनारसके नामीबाजार है. बनारसकी मशहूरचीजे - जरीके दुपटे - कमख्वाब रेशमी किनारीके धोतीजोडे तांबे पित्तलके बर्तन - और - सल्मेसि - तारेका कामहै. रेशमी कपडोंपर कारचोवीका काम यहां आलादजैका बनता है, बनारस में जैन श्वेतांबर श्रावकोंके घर कुल ( २५ ) और -जैश्वेतांबर मंदिर ( ८ ) है, महोले भेलुपुरे में - जोकि - शहर से कुछफासलेपर है एकजैन श्वेतांबर मंदिर और धर्मशाला यहांपर बनी हुइहै. मंदिर में तीर्थंकर पार्श्वनाथजीकी मूर्ति तख्तनशीन है, यात्री दर्शनकरे, धर्मशाला, बडी गुलजार जैन श्वेतांवर यात्री अकसर इसीमें ठहरा करते है, जोकोइ यात्री बनारस आवे और महोले भेलुपुरेमे जानाचाहे तो - बनारस कँटोन्मेंट टेशनपर उतरे. और शहरमें जाना चाहे राजघाट टेशनपर उतरे, महोला भदैनी - जोकि - बनारस से एककोशके फासलेपर वाकेहै वहां पर गंगाकनारे बछराज घाटपर एक जैन श्वेतांबर मंदिर बना हुवा है. और इसमें तीर्थकर सुपार्श्वनाथ महाराजकी मूर्ति तख्तनशीन है, - बछराजघाट असेमोकेपर बना है कि - बनारस के कुल घाटोंका - देखाव - यहांपर खडेहो - कर देखलो मंदिर के पास दो-छोटीछोटी जैन श्वेतांवर धर्मशाला बनी हुई है यात्री इसमे ठहरना चाहे तो ठहरसकते है, शहर बनारसकों वैदिक मजहब वालेभी वडातीर्थ मानते है. इसवजह से वैदिक मजहबके यात्री यहां बहुतआते जाते है, और गंगानारे का बहुवे है. राजघाट टेशनपर सवारीकेलिये इक्का - बगी - तयार मिलती है, देशनकेपास धर्मशाला मौजूद है - Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034925
Book TitleKitab Jain Tirth Guide
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUnknown
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages552
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy