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(१००) तवारिख-तीर्थ-तारंगा. जानेमे देनाचाहेखुशीकेशाथदेवे. औरजियारतकरके वापिसगेलडा टेशनआवे. औररैलमें सवारहोकर-कटोसन-जोटाणा-लीच-होते. हुवे-मेहसानाजंकशनजावे, रैलकिराया सवातीनआने लगतेहै, मेहशानेसेचारतर्फ रैलवेलाइनगइहै, एक-शहरपाटनकों-दुसरीखेरालुकों-तीसरीअहमदाबाद-और-चोथीआबुरोड होकरमुल्कमारवाड कों,-यात्री-मेहसानेसे खेरालुलाइनमें तीर्थ-तारंगाकी जियारतकों जावे-मगरकस्बे मेंहसानेमेंजाकर जैनश्वेतांवर मंदिरकेदर्शनभीकरे छोटेबडे (१०) जैनश्वेतांबरमंदिर-औरबहुतआवादी जैनश्वेतांबर श्रावकोंकी यहांपरमौजूदहै, जैनपाठशालावगेरा सबइंतजाम-लाइक तारीफकेदेखोगे. यात्री-मंदिरोकेदर्शनकरके वापिसटेशनपर आवे,
औरखेरालुजानेवाली रैलमेंसवारहोकर-रानदाला-विशनगर-वडनगरहोतेहुवे खेरालुटेशन जावे. रैलकिराया सवापांचआनेलगतेहै,... [तवारिख-तीर्थ-तारंगा, ___ मौजाखेरालु एकअछीबस्ती है, जैनश्वेतांवर श्रावकोके घर (१५० ) औरमहोलेडेहरासेरी-दो-जैनश्वेतांवरमंदिरमौजूदहै, ध. मशालायहांपरवनीहुइहै, इसमेंकयामकरे औरतीर्थतारंगाजानेका ई. तजामकरे. जोखुश्कीरास्तफासले पांचकोशकेवाकेहै, सवारीकलिये बैलगाडीमिलसकेगी. खेरालुसेरवानाहोकर यात्रीतीर्थतारंगाकोजावे कोइतकलीफ-न-होगी. शाथआरामकेपहुचजाओगे, रास्तेमें एक भोडानामकागांवमिलेगा, यहांपरधर्मशालावनी इहै, औरपांचसाब दुकाने-साहुकारोंकीभीमौजूदहै, करीवतारंगापहाडकीदामनमें एक टीवागांवमिलेगा, रास्ताचढाइका-चढाव-दो-कोशका-और तमाम पहाडकाघिरावबारांकोशकाहै, घोडा-टटूभी-चढसकतेहै-और-पांव पेदलभी ब-आसानीजासकतेहो, लेकिन ! पहाडकाचढनाजरा मुश्किलकाहै, रास्तेमेंद्रख्तोकझुंड-आम-अमरुद-खीरनी-शरीफे-इ
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