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________________ ( ९२ ) बगान - पोरबंदर- और - द्वारिका. द्वारिका से बेटद्वारिका ( ७ ) कोशपर है, रास्ताखुश्की सडकका बना हुवा - सवारीकेलिये बैलगाडीमिलसकती है किरायाएकरूपया गाडीलगेगा. सारंडा - गांवतकवैलगाडी जायगी और आरंमडासे (३) कोशआगे समुंदर की खाडीमे - व - जरीयेनावके - जाना होगा. किराया नावका सीर्फ ! आआनाहै, द्वारिका - टापु - करीब ( ७ ) मीललंबाकड़धर्मशाला - तालाव - और - हरजगहपकेघाट बंधेहुवे है. जगह सोहावनी - और समुंदरकीतरंगे दिलकों मोहेलेती है, जैन श्वेतांबर मंदिरयहां तामिरहै, द्वारिकामें पेस्तर जैनतीर्थथा - तीर्थकर नेमनाथजीके हडेकीमति मंदिरथे, - मगरजमा नेहाल उनमेसें एकभीनही - सीर्फ ! सीमंदिर दर्शनकरके - तीर्थद्वारिकाकी जियारतहुइ समझे after द्वारिकाआनकर समुंदरकेरास्ते ष्टीमर में सवार होना और nisatiरजाना और आगेमुल्ककछके जैन - तीर्थ - घृतकल्लोलऔर-भद्रेश्वरकी - जियारत करना - जुनागढ से पौरबंदर- और - द्वारिकाकारास्ता खतमहुवा, अगरकोइयात्री जुनागढसे पौरवंदर के रास्ते - न - जानाचा है औररैरास्ते जुनागढसे जामनगर और जामनगरसे खुश्कीरास्ते बैलगाडीमें द्वारिकाजावे तो भी जा सकते है, - मगरको जुनागढसेरेल रास्ते जागर जामनगर से समुंदररास्ते टीमरमेसवार होकर तुरहोते मुल्कों जाना चाहे तो नीचे बतलाये हुवे रास्ते जाय, - जुनागढसे रैलमेसवार होकरवडाल - जेतलसर - नवागढ - वीरपुर-गोंडल - और - रिवडा -होते राजकोटजावे, रैलकिराया पनरां आने लगते है, पोलिटीकल एजंटका सदरमुकाम राजकोट - जिलेका - Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034925
Book TitleKitab Jain Tirth Guide
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUnknown
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages552
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
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