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दरवयान-खंभात-और-अहमदावाद. ( ४९ ) मर्द-औरत-हरजगह नजरआते है, पेस्तर अहमदाबादमें (३६०) महोले आवादथे, औरवडीरवनकथी. अवभी किसीकदर कमनही. इक्का-बगी-हरजगह तयारमिलते है, किरायादेकर जहां-जी-चाहेसैर करआओ.-सन (१४११) इस्वी में सुलतान अहमदने-शहर-पनाह बनाया-अहमदाबादकी तरकीकिइ. सन (१४८६) में-महम्मुदशाह वेगडाने शहरपनाहकों दुरस्तकरवाया, सन (१५११) में अहमदाबादकी आवादी और तिजारतबही, सन (१५७३) में बादशाहअखबरने-अहमदावादको फतेहकिया, सन (१७३८) में महाराजदामाजी-गायकवाडने अहमदावादके तख्तपर अपनीअमलदारीकिइ, जमानेहालमें राज्यअंग्रेज सरकारकाजारी है. मुल्क गुजरातमें-सुरत भरुअछ-खेडा-पंचमहाल-और-अहमदाबाद-ये पांचअंग्रेजी-जिले है.-महीकांठा-रेवाकांठा-येभी-एजन्सी है, ___सावरमतीनदीकापट (६००) गजकाचौडा हरवख्त गहरापानी इसमेंभरारहताहै, अरवलीपहाडसें निकलकर दखन-पश्चिमकों(२००) मीलतक वहतीहुइ खंभातकेपास समुंदरकीखाडीको जामीली. शहरसे (३॥) मील पूर्वोत्तर फौजीछावनी बडीगुलजारजगहहै, अहमहाबादकी मर्दुमशुमारी फौजीछावनीको मिलाकर (१४८४१२) मनुष्योंकी, टेशनकेसामने वास्तेमुसाफिरोंके धर्मशालाबनी हुइहै, यात्रीइसमें कयामकरे, शहरकीसडकें लंबीचौडी-और-रातकोंउनपर लालटेनोंकी रौशनीहुवा करती है, मानकचौक-जहोरीवाडा-मांडवीपोल-तासापोल-दाणापीठ-वगेरावडेवडे महोले है. जैनश्वेतांवर मंदिरअंदाज (१२५) वडीलागतके और पुख्तावनेहुवे है, बतौर चैत्यालयके छोटे छोटेकइमंदिरहै, शहेरकीउत्तरतर्फ सडकसे (६००) गजदूर हठीभाइका तामीरकरवायाहुवा तीर्थकर धर्मनाथजीकावडा आलिशान-मंदिर-कावीलेदीदहै,सन (१८४८) मेंयह (१००००००)
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