________________ 880000RORoneRi8003003890090R सम्म (आचार्य भद्रबाहु विरचित) & आवश्यक नियुक्ति प्रथम-खण्ड [ज्ञानपञ्चकरूप नन्दी (पूर्वपीठिका) पर्यन्त] . || विषय-अनुक्रमणिका // पृष्ठ सं. तावना. &&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&& I-XII 888888888888888888888888888888888888888888888 (आवश्यक-नियुक्ति, एवं वृत्ति सानुवाद) 1. वृत्तिकार का मङ्गलाचरण 2. शास्त्र के अनुबन्ध-चतुष्टय 3. मङ्गल-सम्बन्धी विवेचन 4. निक्षेपविधि से मङ्गल-निरूपण 5. पञ्चविध ज्ञान (गाथा-1) मितिज्ञान] 6. श्रुतनिश्रित मतिज्ञान-स्वरूप 7. अवग्रह आदि के स्वरूप 8. अवग्रह आदि के काल प्रमाण 9. श्रोत्रेन्द्रिय आदि के प्राप्त-अप्राप्त विषय 10. श्रोत्र द्वारा गृहीत शब्द-द्रव्यों का स्वरूप 11.भाषा-द्रव्यों का ग्रहण व उत्सर्ग (गाथा-2) (गाथा-3) (गाथा-4) (गाथा-5) (गाथा-6) (गाथा-1) &&&&&&&&