________________ इति संखाएणं वयंणातिसंजोगे विप्पजहिस्सामी 1. से मेधावी जाणेज्जा बहिरंगमेयं, इणमेव उवणीयतरागीतज्हा- हत्या में पाया मै बाहा मे ---- खनु मे णापुरा र ममं रखे // 3 इमं मे अण्ण ख 2 पुरा इनमण पुणा याति यह - खं 2 पुर।। 5 एध अणि खं ॥६रिताइतानि खं 2 / रिटाइटाभि खं 131 / / 3deg मौतमि खं 2 पुस------ 8 परियाइयति रख रपुर। पडियादियति पाए कतं अण्णी खं शकतं काम अण्णा पु१पुर / / 10 जायति -रखं दख 2 पु१ पु 2 // पनि संख्या पु.१ आदर्शे एवं वर्तते / र विण्णा वैखं 1 ख 2 / / 13 वाणी सर खं 1 खेर प्र. 6 // पष्ठ पुरिसे रख र पुरा पपू बहिरंग में एतं पु 2 // बाहिरंग मत खं / / .------