Book Title: Vyavahar Sutram Part 04
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Omkarsuri Gyanmandir Surat
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
पेज
.........
श्री व्यवहारसूत्रम्
.............
12
११२४
.......
.............
गाथा
विषयः ........ आर्यमङ्गदृष्टयान्तः ..............
११२०-११२२ २६७२-६.. पृथग्वसतौ वसने दोषा:.......
११२२-११२४ २६७७-८४ ............. आचार्य-गणावच्छेदकयोः पृथग्वसने प्रयोजनादिः ................
११२४-११२६ २६७८................... पर्वस्य व्याख्या ..............
................ २६७८-९ ................ विद्याग्रहणकालः .......................
११२४ २६८०-८४ .................. ....... महाप्राणध्यानकालादिः ................
११२५-११२६ .................. सूत्र ३..........गणावच्छेदकस्य द्वी अतिशयौ .....................................११२६ २६८५-८७ ................. कारणे भिक्षोरपि पञ्च अतिशया:.... ...........
११२६-११२७ ................. सूत्र ४ ......... अकृतश्रुतानां एकत्रवासे प्रायश्चित्तम् ............. २६८८................ आचारकल्पधरनिश्रायां वसनानुज्ञा. ............
११२७ २६८९...................... गीतार्थनिश्रायां लाभः ..........
............. ११२८ २६९०-२७०४ .................... अकृतश्रुतानां पृथग्वासे दोषाः ............. ............. ११२८-११३२ ................. सूत्र ५ .......... अकृतश्रुतानां कारणे पृथग्वासे यतना .......................... ११३३ २७०७-९.............. .स्थानाभावे पृथग्वासे तृतीयदिवसे
११२७
भाग-४
..........
विषया
नुक्रम
For Private And Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 606