Book Title: Vyakhyan Sahitya Sangraha Part 01
Author(s): Vinayvijay
Publisher: Devji Damji Sheth

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Page 575
________________ om सूक्तिमुक्तावली महाभारत सूक्तिमुक्तावली सुभाषितरत्नभांडागार आत्मानुशासन नमस्कारमाहात्म्य ३७० ३६८ १२२ २६२ अयशः प्राप्यते येन अयाचनकशीलानां अरिहन्त नमुक्कारो, जीवं अरिहन्त नमुक्कारो, धन्नाणं अर्थग्रहणे न तथा अर्थिनो धनमप्राप्य अर्डच्चारित्रमाधुर्य अहमित्यक्षरं ब्रह्म अलकाश्च खलाश्चैव अलङ्गयत्वाऊनैरन्यैः अलिप्तो निश्चयेनात्मा अवन्ति ये जनकसमा अवश्यं यातारश्चिरतर अधिकारिणमपि सऊन अव्यये व्ययमायाति अव्रती कितवः स्तेनः अशुचिः पापकर्मा यः अशोकवृक्षः सुरपुष्पअसज्जनः सज्जनस असम्भाव्यं न वक्तव्यं असिजीवी मषीजीवी असुइठाणे पडिया अस्थिरो हृदये चित्रा अस्मान् विचित्रवपुष अस्यत्युच्चैः शकलितवपु अहिंसा सत्यमस्तेयं त्यागो अहिंसा सत्यमस्तेयं ब्रह्म अहितविहितप्रीतिः प्रीतं अहो खलभुजंगस्य अहो गुणानां प्राप्त्यर्थ अहो दुर्लभलाभो मे ३१६ २३ ५७ १३ ४३ २६ २०४ १५ सुभाषितरत्नभांडागार सुभाषितरत्नभांडागार. ज्ञानसार. सुभाषितरत्नसंदोह. भहरि. भर्तृहरिनीतिशतक. सूक्तिमुक्तावली. निर्णयसिंधु. पुराण. हेमचंद्रमूरि. सुभाषितरत्नभांडागार. शार्ङ्गधरपद्धति. नारदीयपुराण. संघपट्टकनी टीका. ज्ञानसार. सुभाषितरत्नभांडागार. सुभाषितरत्नसंदोह. महाभारत. पुराण, आत्मानुशासन. मूक्तिमुक्तावली. सुभाषितरत्नभांडागार. नमस्कारमाहात्म्य.. ه ه ع س یہ 6

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