Book Title: Upmitibhava Prapancha Katha Uttararddha
Author(s): Siddharshi Gani,
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund
View full book text
________________
उपमितौ
अनुक्रम
णिका.
॥११॥
AAAAAAAAA-MOM
विषयाः | ११० रतिमन्मथे संबन्धः १११ योगन्धरकंचुक्यागमः ११२ गोधूल्यां लग्नं | ११३ वैश्वानरहिंसयोरनुमोदनं
११४ कनकराजाापक्रमः |११५ दारुकदूतोक्ते गरे आगमो नन्दिवर्धनस्य | ११६ यवनराजस्य पराजयो मृतिश्च | ११७ प्रवेशः कुटुम्बमेलो हर्षश्च नागराणां |११८ हिंसायाः फलदात्रीत्वे संकल्प: ११९ मृगया |१२० जिनमतज्ञस्याऽऽगमः
१२१ या तत्कुटुम्बवर्णनं |१२२ दयालाभोपायः
पृष्ठानि. | विषयाः
१२३ नन्दिवर्धनस्य यौवराज्यं स्फुटवचनस्यागमः
१२४ कुटुम्बसंहारः २६४ १२५ नगरान्निर्गमः
१२६ अटव्यां चौराधीनः २६५ १२७ कनकपुरे बन्दीतया गमनं
१२८ कुशावर्ते आगमनं
१२९ देवतयोत्पाटितः, अम्बरीषाणां पार्वे मुक्तिः २६९ | १३० बद्धा शार्दूलपुरात् बहिः कानने मुक्तः
१३१ केवलिसमवसरणं १३२ अरिदमननृपागमः
१३३ धर्मदौर्लभ्ये देशना २७१ १३४ जयस्थलीयप्रश्नः २७३ । १३५ वैश्वानरहिंसादोषाः
6 6 6 640mmmmmmmm
GEEW
.
॥११॥
Jan Education
For Private
Personel Use Only

Page Navigation
1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 422