Book Title: Udisa me Jain Dharm
Author(s): Lalchand Jain
Publisher: Joravarmal Sampatlal Bakliwal

View full book text
Previous | Next

Page 157
________________ पूर्व प्रधान संपादक पत्रकारिता पुरस्कार एवं सम्मान अध्यापन सेवा निवृत रिसर्च बुलेटिन एवं प्राकृत जैनशास्त्र और अहिंसा शोधं संस्थान वैशाली ग्रन्थमाला महावीर विमल देशना (मासिक),सिद्धान्त भास्कर आचार्य विद्यानन्द पुरस्कार, विद्वत्रत्न, २००० गोल्डमेडल, विहार वि. वि. मुजफ्फरपुर आ.शान्तिसागर छाणी स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार,२००५ जैन विश्वभारती लाडनूं, प्राकृत जैन शास्त्र और अहिंसा शोध संस्थान वैशाली। उत्कल संस्कृति विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर। निदेशक, प्राकृत जैन शास्त्र अंहिसा शोध संस्थान, वैशाली प्रो.अध्यक्ष, जैन विद्याकेन्द्र, उत्कल संस्कृति विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर । दो पुत्र १. कुमार राजीव जैन, एम.एस सी.(गणीत) छत्रपुर २. प्रदीप प्रकाश बड़कुल, कंप्युटर इंजीनियर, दिल्ली दो बेटियाँ १. श्रीमती रजनी जैन, एम.ए. (संस्कृत एवं प्राकृत) बी. एड, पत्नी, श्री अरबिन्द कुमार जैन, छत्रपुर, मध्य प्रदेश, २. प्रज्ञा जैन (गुड़िया) एम.टेक., कंप्युटर इंजीनियर, दो पोते १. आगम जैन और २. अमित जैन (टूटू) नतनी अनुप्रेक्षा पारीवारीक स्थितिः त्र-पभनाथ - ऋषभनाथ छत्रपुर - छतरपुर पारीवारीक - पारिवारिक १४४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 155 156 157 158