Book Title: Tulsi Prajna 2008 10
Author(s): Shanta Jain, Jagatram Bhattacharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 96
________________ 15. नयचक्र का दार्शनिक अध्ययन, जितेन्द्र बी. शाह, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी 16. सन्मतितर्क प्रकरण का समीक्षात्मक अध्ययन, साध्वी मुदितयशा, जैन विश्व भारती, लाडनूं 17. सिद्धसेन के सन्मतितर्क का समालोचनात्मक अध्ययन, किरण श्रीवास्तव, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी 18. Jainism and Navya Nyaya/ A. uno/Kyoto University, Japan 19. English Translation of Nyaya Dipika, Itaru Wakiyu, University of Pune 20. जैनदर्शन में स्याद्वाद, कंचन लोढ़ा, जोधपुर विश्वविद्यालय 21. Syadvada/Kusum Jain/University of Ottawa, Ottawa, Banada 22. जैन न्याय तथा आधुनिक बहुपक्षीय तर्कशास्त्र, आशाकुमारी जैन, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) 23. जैन न्यायकर्णिका, संस्कृत टीका, अनुवाद, पंडित विश्वनाथ मिश्र, जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय, लाडनूँ (राजस्थान) (निवेदन-न्याय सम्बन्धी ग्रन्थों के सन्दर्भ में विद्वद् वर्ग ज्ञातव्य सूचनाएं सूचित करें ताकि जानकारी के अभाव में जो महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ छूट गए हैं उन्हें सम्मिलित कर न्याय शास्त्रीय ग्रन्थों की इस सूची को समृद्ध और प्रमाणित बना सके।) अध्यक्ष, जैनदर्शन विभाग श्री लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ, नई दिल्ली-16 तुलसी प्रज्ञा अक्टूबर-दिसम्बर, 2008 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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