Book Title: Tirthankar Buddha aur Avtar
Author(s): Rameshchandra Gupta
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 338
________________ सहायक ग्रन्थ सूचिका : ३२१ निदानकथा ( हिन्दी : महेश तिवारी, चौखम्बा संस्कृत सीरोज आफिस अनुवाद सहित ) वाराणसी, प्रथम संस्करण, १९७० पारसी धर्मं एवं सेमे-: डॉ० अरुण बनर्जी, आर्य भाषा संस्थान, वाराणसी, टिक धर्मों में प्रथम सं० १९८२ मोक्ष की धारणा पारसी धर्म क्या कहता है ? बोधिचर्यावतार बोद्धदर्शन बौद्ध दर्शन तथा अन्य भारतीय दर्शन (द्वितीय भाग) बौद्ध धर्म के विकास का इतिहास बौद्धधमं दर्शन बृहदेवता ( प्रथम, द्वितीय) 4 भगवद्गीता भगवद्गीता रहस्य भारतीय दर्शन (प्रथम भाग, द्वितीय भाग) : श्रीकृष्ण दत्त भट्ट, सर्वसेवा संघ प्रकाशन राजघाट, वाराणसी, पांचवां संस्करण, जून ८५ Jain Education International : शान्ति देव, बुद्धविहार, लखनऊ, प्रथम, १९५५ : बलदेव उपाध्याय, शारदा मन्दिर, गणेश दीक्षित, वाराणसी, प्रथम संस्करण, १९४६ : भरत सिंह उपाध्याय, बंगाल हिन्दी मेंडल कलकत्ता, प्रथम संस्करण, वि० सं० २०११ : डॉ० गोविन्द चन्द्र पाण्डेय, हिन्दी समिति, सूचना विभाग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ, द्वितीय संस्करण, १९७६ ई० : आ० नरेन्द्रदेव, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना, प्रथम संस्करण, ई० १९५६, वि० २०१३ : ए० ए० मैक्डोनेल; हारवर्ड यूनिवर्सिटी, प्रथम संस्करण, १९०४ ई० भगवतीसूत्र पर : सम्पादक पं० - शोभाचन्द्र जी भारिल्ल, हितेच्छु श्री जवाहिराचार्य श्रावक मण्डल, रतलाम वोराब्द- २४७१, के व्याख्यान विक्रमाब्द - २००२ : राधाकृष्णन्, सरस्वती विहार, दिल्ली- ११००३२, सातवां संस्करण, १९८० ई० : बालगंगाधर तिलक, रामचन्द्र, बलवन्त तिलक, पुणे, सप्तम संस्करण, १९३३ ई० : डॉ० राधाकृष्णन्, राज्यपाल एण्ड सन्स, , दिल्ली - ६, प्रथम संस्करण (१९६६-६९ ) For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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