Book Title: Tirthankar Buddha aur Avtar
Author(s): Rameshchandra Gupta
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 337
________________ ३२० : तीर्थकर, बुद्ध और अवतार : एक अध्ययन अवतार सहायक ग्रन्थ : एनीबेसेण्ट, थियोसाफिकल पब्लिशिंग हाउस, आड्यार, मद्रास, १९९५ आवश्यक नियुक्ति : हरिभद्रसूरि, वि० सं० २०३८ (भाग १) ईशदूत ईसा स्वामी विवेकानन्द, श्रीरामकृष्ण आश्रम, नागपुर, मार्च, ७६ ईसा मसीह की वाणी : श्रीरामकृष्ण आश्रम, नागपुर, जून, ७९ ऋषभदेव-एक : देवेन्द्रमुनि शास्त्री, तारक गुरु जैन ग्रन्थालय, परिशीलन उदयपुर, राजस्थान, द्वितीय संस्करण, १९७७ जीव से जिन की ओर : हरेन्द्र प्रसाद वर्मा, ज्ञानम-भागलपुर, १९७४ जैन अंगशास्त्र के : डॉ० हरीन्द्रभूषण जैन, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा-२, अनुसार मानव प्रथम सं०, नवम्बर, १९७४ व्यक्तित्व का विकास जैन तर्कभाषा (हिन्दी : अनु० पं० शोभा चन्द्र भारिल्ल, श्रीत्रिलोक रत्न अनुवाद सहित) स्थानक वासी जैन धार्मिक परीक्षा बोर्ड, पाथर्डी, __ अहमदनगर जैनत्व को झांकी : अमरमुनि, श्री सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, षष्ठम संस्करण, १९७९ जैनधर्म का मौलिक : हस्तीमल जी, जैन इतिहास समिति, जयपुर (राज इतिहास (प्रथम, स्थान) प्रथम संस्करण, १९७४ द्वितीय भाग) जैन, बौद्ध और गीता : डॉ. सागरमल जैन, प्राकृत भारती संस्थान, जय का समाज दर्शन पुर, १९८२ जैन बौद्ध और गीता : डॉ० सागरमल जैन, प्राकृत भारती संस्थान, का साधनामार्ग जयपुर (राजस्थान), १९८२ ।। जैनसिद्धान्त पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण, १९८३ धर्म और दर्शन : विष्णुदेव उपाध्याय, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, प्रथम संस्करण १९७८ नया नियम अर्थात् प्रभु : बाइबिल सोसायटी आफ इण्डिया, बंगलौर, १९७९ यीश का सुसमाचार . Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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