Book Title: Tattvanushasan Namak Dhyanshastra
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 349
________________ १८ प्रस्तावनाकी नामानुक्रमणी २३६ कलिकालसर्वज्ञ (सोमदेव) ३५ | गौडसघ (बगाल, दक्षिण) ३६,३६ कषायप्रामृत ६० । ग्रन्थत्रयी कस्तूरचन्द काशलीवाल (प) ३,५ च, छ काष्ठासघ ५०-५४,५७,५८ | चन्द्रकीर्ति ४२, ४३ काष्ठासघ-गुर्वावली ५०,५२-५४ | चन्द्रकीति (काष्ठासधी) ५५ कीर्तिनन्दि चन्द्रगिरि (पर्वत) कुन्थुनाथचरित्र चन्दनन्दि ४१-४३ कुन्दकुन्दाचार्य चन्द्रनन्दि(महाकर्मप्रकृत्याचार्य)४१ कुमारनन्दि ४१,४२ चामुण्डराय १५,४८ कुमारपाल (चालुक्य राजा) २५ | चामुण्डराय ऐंड हिज लिटरेरी कुमारसेन (आचार्य) १५,४८,५० प्रिडिसेसर्स कृष्णकान्त(KK )हैडिकि ३७,३६ | चामुण्डराय-पुराण के. भुजबली शास्त्री चारित्रसेन केशवशर्मा केशवसेन चारुकीतिभ०ज्ञानमडार(जैनमठ) केशवसेन (पुन्नाटगच्छी) छोटेलालजी (बाबू) ५१, ५२ कैलाशचन्द शास्त्री २७,३४ कोटा (राज्य) ४७ जटिल मुनि ४६ जयधवला (टीका) १७, ५१, ५८ गगसेन जयपुर ३-७, १० गुणभद्र ५०,५१ जयसेन (पुन्नाटगच्छी) ५७ गुणभद्राचार्य १६,१८,१६,४२ जयसेन (आचार्य,सूरि)२, २०,२४, गुहिल, गुहिलोत (वश) ४७ २५, २७, २८, ३४ गोणद-बेडगिजिनालय १५ जबूदीवपण्णत्ती गोपसेन १५,५३ / जिनचन्द्र गोम्मटसार २७-२६, ६० जिनयज्ञकल्प गोवपैय ४१ | जिनरत्नकोश (डा० वेलकर) ८ १५,५३

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