Book Title: Syadvad Manjari
Author(s): Hemchandracharya, Mallishensuri, Hiralal Hansraj
Publisher: Hiralal Hansraj
View full book text
________________ -420 लब्ध्वा यदीयचरणांबुजतारसारं / स्वादच्छटाधरित दिव्यसुधासमूहम् // संसारकाननतटे ह्यटतालिनेव / पीतो मया प्रवरबोधरसप्रवाहः // 14 // वंदे मम गुरुं तं च / 'चारित्रविजयाह्वयम् // परोपकारिणां धुर्यं / चित्रं चारित्रमाश्रितम् // 15 // // समाप्तोऽयं ग्रंथः गुरुश्रीमच्चारित्रविजयसुप्रसादात् // -- 1 आ श्रीचारित्रविजयजीमहाराज / प्रख्यातिपामेला श्रीआत्मारामजीमहाराजना ( श्रीविअयानंदसूरीश्वरजीना ) शिष्योमाना एक मोठा शिष्य छ / के जेमनी पासे में आ संस्कृतभाषामा अभ्यासना प्रारंभ कर्यो हतो / तथी मारापर तेमनो परम उपकार थया छे /

Page Navigation
1 ... 426 427 428